वित्त वर्ष 2017-18 (अप्रैल से मार्च) के दौरान ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 74,174 टन की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 4,94,126 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात 4,19,952 टन का ही...और पढ़े
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस समय भारतीय कपास सबसे सस्ती है जबकि रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत बना हुआ है। इसलिए कपास में निर्यात मांग और बढ़ने की संभावना है जिससे घरेलू बाजार में भी इसकी कीमतों...और पढ़े
केंद्र सरकार ने सरकार दलहन की कीमतों में चल रही भारी गिरावट को रोकने के लिए पीली मटर के आयात की सीमा तय कर दी है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार पहली...और पढ़े
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट बनी हुई है सोमवार को डॉलर की कीमत रुपये के मुकाबले बढ़कर 66.20 के स्तर पर पहुंच गई, जिससे आयातित खाद्य तेल महंगे हो जायेंगे। मलेशिया पॉम तेल के निर्यात पर पहली मई...और पढ़े
वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान ग्वार गत उत्पादों का निर्यात 87,873 टन बढ़कर 4,49,706 टन का हो चुका है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात 3,61,833 टन का हुआ...और पढ़े
खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में मार्च में 3 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 11,46,051 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल मार्च में इनका आयात 11,14,325 टन का ही हुआ था। चालू तेल वर्ष नवंबर-17 से अक्टूबर-18 के पहले...और पढ़े
दिल्ली हाई कोर्ट ने भारत में अमेरिकी कंपनी मोनसेंटों के बीटी कपास के बीज पर पेटेंट लागू करने की याचिका को खारिज कर दिया। न्यायालय ने कहा कि मोनसेंटो को अपने बीज पर भारत में रॉयल्टी वसूलने का...और पढ़े
बासमती चावल के निर्यात में जहां फरवरी में बढ़ोतरी हुई हैं वहीं गैर-बासमती चावल के निर्यात में कमी आई है। ईरान के साथ ही अन्य खाड़ी देशों की आयात मांग बढ़ने से फरवरी में बासमती चावल का निर्यात...और पढ़े
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने के कारण मार्च महीने में डीओसी के निर्यात में 55 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 75,393 टन ही हुआ है जबकि पिछले साल मार्च में इनका निर्यात 1,70,494 टन हुआ...और पढ़े
आर एस राणा बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार लैटिन अमेरिकी देशों में निर्यात की संभावना तलाश रही है। ब्राजील, अर्जेंटीना और चिल्ली में बासमती चावल के निर्यात को...और पढ़े