राजस्थान के बाड़मेर में टिड्डियों का हमला, फसलों को भारी नुकसान
राजस्थान में बाड़मेर जिले के चोहटन और अन्य गांवों में टिड्डियों ने हमला किया। टिड्डियों से अपनी फसलों को बचाने के लिए किसान कई तरह के प्रयास कर रहे हैं ताकि टिड्डियां भाग जाए। टिड्डी आने की सूचना पर किसानों ने दिनभर खेतों में फसल की निगरानी करने व टिड्डी को बर्तन बजाकर उड़ाने का प्रयास किया गया। वहीं कई किसानों ने टिड्डी को खेतों में धुंआ करके भी उड़ाने का प्रयास किया।
इस संबंध में स्थानीय लोगों ने कहा, हम केंद्र और राज्य सरकार से इसका समाधान खोजने का आग्रह करते हैं क्योंकि हमारी फसलें नष्ट हो गई हैं। कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के कारण पहले ही किसान परेशान हैं। इसके बाद अब टिड्डियों के हमले से किसानों को एक और झटका लगा है।
टिड्डियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल
हाल ही में कृषि विभाग ने जयपुर के समोदे में टिड्डियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। कृषि विभाग के आयुक्त डॉ. ओम प्रकाश चौधरी ने कहा, 'हम ड्रोन का उपयोग उन इलाकों में टिड्डियों की निगरानी के लिए करेंगे, जहां टिड्डियों को रोक पाना किसानों के लिए काफी मुश्किल है।' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह रेगिस्तानी टिड्डे की एक प्रजाति है, यह एक झुंड वाला छोटा सींग वाला टिड्डा है। ये टिड्डे अपने रास्ते में सब कुछ भक्षण करने के लिए जाने जाते हैं। इसकी वजह से खाद्य आपूर्ति और लाखों लोगों की आजीविका के लिए अभूतपूर्व खतरा पैदा हो जाता है।
एफएओ के अलर्ट के बाद अब जून के पहले सप्ताह से ही टिड्डी के बड़े अटैक शुरू हो गए है। पिछले 4-5 दिनों से लगातार पाक से एक दर्जन से ज्यादा टिड्डी दल भारत में प्रवेश कर चुके हैं। टिड्डी को रोकने और नष्ट करने के लिए सिर्फ कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण विभाग की 8-10 गाड़ियों से स्प्रे किया जा रहा है लेकिन ये टिड्डी नियंत्रण के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं।
एएनआई एजेंसी इनपुट