Advertisement
02 October 2016

गांधी जयंती: दास्तानगोई के जरिये बयां किया गया बापू का संदेश

file photo

पहली महिला दस्तानगोई कलाकार होने का रूतबा रखने वाली 39 साल की फौजिया दस्तानगोई ने हाल ही में दास्तानगोई की शक्ल में महात्मा गांधी की जिंदगी और उनकी शिक्षाओं पर दास्तान-ए-गांधी पेश किया। उन्होंने बताया, दास्तान-ए-गांधी का मकसद महात्मा गांधी की प्रेरणादायी कहानी में स्थायी रूचि को फिर से पैदा करना और इसके लिए कई संबंधित पक्षों को शामिल करना है ताकि बापू के संदेश को फैलाया जा सके। फौजिया ने कहा, आज के दौर में भारत को संवार रही और देश का भविष्य तय करने वाली नौजवान पीढ़ी को गांधी जी के जीवन और उनके मिशन के बारे में बताया जाना चाहिए और यही काम हम कर रहे हैं।

दास्तान-ए-गांधी को फौजिया और फजल राशि ने अपनी अदाकारी के जरिये लोगों के सामने पेश किया। इस कार्यक्रम का आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में सर्वोदय इंटरनेशनल ट्रस्ट के समन्वय के साथ किया गया। इसकी पटकथा लिखने वाले प्रोफेसर दानिश इकबाल ने कहा कि एक घंटे की अवधि में महात्मा गांधी के जीवन को पेश करना बहुत बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी की जिंदगी के कई पहलू हैं। दास्तानगोई के रूप में उनकी जिंदगी को पेश करना बड़ी चुनौती थी। पर हमने उनकी उपलब्धियों के बारे में बात करने से ज्यादा उनकी जिंदगी के संदेश पर ध्यान दिया।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: महात्मा गांधी, गांधी जयंती, दास्तानगोई, फौजिया दस्तानगोई, दास्तान-ए-गांधी, उर्दू, इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, सर्वोदय इंटरनेशनल ट्रस्ट, पटकथा, प्रोफेसर दानिश इकबाल, Mahatma Gandhi, Gandhi Jayanti, Dastangoi, Fauzia Dastangoi, Dastan E Gandhi, Urdu, India International C
OUTLOOK 02 October, 2016
Advertisement