तस्वीरों में जर्मनी
प्रदर्शनी में 129 तस्वीरें शामिल की गई हैं। इसमें जर्मनी के लोगों और स्मारकों एवं परिदृश्यों की जीवंत तस्वीरों के साथ जर्मनी के इतिहास की एक खूबसूरत झलक मिलती है।
प्रदर्शनी की तैयारी एंडियाज रोस्ट ने की है। एंडियाज सिब्येल के पति के छात्र हैं। उन्होंने सिब्येल के काम को करीब से देखा है उनसे काम भी सीखा है।
एंडियाज ने कहा, तस्वीरों से फोटो पत्रकारिता की झलक मिलती है लेकिन असल में यह फोटाग्राफर की व्यक्तिगत दृष्टि है और उनकी तस्वीरों के माध्यम से उदासी अलग ढंग से अभिव्यक्त होती है।
इस प्रदर्शनी में में सिब्येल की पसंद के अनुसार तस्वीरों को लगाया गया है। यानी क्रम में वे तस्वीरे आगें हैं जो सिब्येल को बहुत पसंद हैं।
हाल में प्रदर्शनी का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के के मित्तल ने किया। प्रदर्शनी दुनिया के कई शहरों में आयोजित की जा रही है। इस प्रदर्शनी का आखिरी पड़ाव मुंबई होगा।
मित्तल ने कहा, यह भारत और जर्मनी के बीच सांस्कृतिक आदान प्रदान का हिस्सा है। इस तरह के कदमों से दोनों देशों के संबंध मजबूत होंगे। कलाकारों की कलाओं के आदान प्रदान के साथ प्रदर्शनियों एवं समारोहों का आयोजन किया जा रहा है जिससे देश के संबंधों को और फायदा मिलेगा।
प्रदर्शनी का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन कल्चरल रिलेशंस, स्टुटगार्ट ने एकेडमी ऑफ आर्ट्स, बर्लिन और ओस्तक्रेज्न-फोटोग्राफर्स एजेंसी के सहयोग से किया गया है।