लेखन समाज में गतिशीलता लाने के साथ समाज को जागृत करता है: सीएम खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि साहित्य हमारे समाज को जागृत करता है, इसलिए हर किसी को अपनी सुविधा अनुसार लेखन के प्रति रूझान रखना चाहिए। लेखक के मन की बात पुस्तकों के माध्यम से दूसरों से सुनने को मिलती हैं, जो लेखक को तो अच्छी लगती हैं ही, बल्कि समाज में गतिशीलता भी लाती हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हरियाणा के एडीजी पुलिस ओम प्रकाश सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘जिन ढूंडा तिन पाइयां’ के विमोचन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पुस्तकें लिखना एक सकून का कार्य होता है। इससे लेखक को स्वयं की सन्तुष्टि तो मिलती ही है, समाज निर्माण में उसके योगदान की पहचान भी होती है। उन्होंने कहा कि ओ पी सिंह की गिनती एक अच्छे अधिकारियों में होती है। उन्होंने राहगिरी कार्यक्रम चलाकर पूरे प्रदेश में युवाओं को एक नई दिशा दी है, जिसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर भी हुई है। उन्होंने पुस्तक के शीर्षक को सही बताते हुए कहा कि निश्चित रूप यह हर किसी को इस पुस्तक को पढऩे के लिए उत्साहित करेगा।
मुख्यमंत्री ने ओ.पी. सिंह को शुभकामनाएं व बधाई देते हुए कहा कि उन्हें आशा है कि वे भविष्य में भी इस तरह की पुस्तकें लिखते रहेंगे। इस अवसर पर ओपी सिंह ने कहा कि वह पेशेवर लेखक नहीं हैं पर अपने इर्द गिर्द समाज में जो भी घटनाएं होती देखते हैं और उन घटनाओं से उन्हें जो अनुभव होते हैं उन्हें लेखन के जरिए व्यक्त करते हैं। पुस्तक के प्रकाशक विस्डम ट्री के एमडी शोवित आर्य ने कहा कि ओपी सिंह जैसे स्वतंत्र विचारधारा के व्यक्तित्व का लेखन हर वर्ग में लोकप्रिय है। ओपी सिंह की अंग्रेजी में एक व हिंदी में दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। पुस्तक जिन ढूंडा तिन पाइयां में ओपी सिंह के आउटलुक हिंदी में छपे लेख भी सम्मलित हैं।