07 April 2017
दिग्गजों की मौजूदगी में हुआ डीपीटी की किताब ‘स्वयंसिद्ध’ का लोकार्पण
पवार सन 1967 में ही महाराष्ट्र विधान परिषद में सदस्य के रूप में शामिल हुए। दो दशकों तक बारामती से सांसद रहे और आठवें और नवें दशक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शासन, सेवा और कर्मठता का आदर्श प्रस्तुत किया। खेल को प्रोत्साहित करने के लिए भारत स्काउट एंड गाइड्स, बीसीसीआई और आईसीसी के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने निर्णायक फैसले लेकर देश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को इतिहास रचने का अवसर प्रदान किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना, भारत सरकार के कैबिनेट में अहम मन्त्रालयों का कार्यभार और फिर राज्यसभा के सम्मानित सदस्य के रूप में आज तक राजनीतिक यात्रा जारी रखे शरद पवार जी ने अपने संसदीय जीवन के लगभग पचास वर्ष पूरे कर लिए हैं।
वाणी प्रकाशन की निदेशक अदिति माहेश्वरी-गोयल ने आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया|