अमजदअली खान क्रिसमस पर पेश करेंगे ‘साइलेंट नाइट कैरोल’
उन्होंने कहा, मैं लंबे समय से यह शानदार क्रिसमस कैरोल प्रस्तुत करना चाहता था। 1995 में नई दिल्ली के चर्च ऑफ नादर्न इंडिया में यह कैरोल प्रस्तुत करने की संभावना नजर आई थी। माहौल बहुत शांत और यादगार था। जब उस समय मैंने साइलेंट नाइट प्रस्तुत किया था तो चर्च में कुछ देर के लिए बिजली के बल्ब बुझा दिए गए थे और मोमबत्तियां जलाई गई थीं।
पद्मविभूषण से सम्मानित 71 वर्षीय खान ने कहा, उसके बाद से मैं कैरोल रिकॉर्ड करना चाहता था। मेरी यात्रा और कंसर्ट की व्यस्तताओं के कारण यह विचार अभी तक ठंड बस्ते में चला गया था। ऐसे में बीते सालों में मैंने इस सपने को वास्तव में साकार किया।
उन्होंने कहा, क्रिसमस की पूर्वसंध्या पर जारी होने वाले लोकप्रिय साइलेंट नाइट क्रिसमस कैरोल के जरिए मैं दुनिया में शांति और एकता के लिए प्रार्थना करूंगा।
देश-विदेश में अपने संगीत का लोहा मनवाने वाले उस्ताद सरोद वादक की यह रचना सोशल मीडिया वेबसाइट और यू-ट्यूब पर भी जारी की जाएगी।
खान ने यह भी कहा कि आज आदमी अहंकार और घृणा का एक प्रतीक बन गया है, इससे उसे निकालने की जरूरत है।
भाषा