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05 October 2015

तान और तरानों में ‘संतोष’ का ‘आनंद’

आउटलुक

 हिंदी भवन में आयोजित गीत-संगीत से सराबोर एक समारोह में ऐसे कई लम्हे आते और जाते रहे। संतोष आनंद की मौजदूगी में उनके गीतों पर आधारित प्यार का नगमा के नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

नंदिनी फाउंडेशन की तरफ से नीड इंडिया और भोर संस्था के सहयोग से आयोजित इस समारोह में शोर फिल्म का संतोष जी का बहुचर्चित गीत इक प्यार का नगमा है और जिंदगी की न टूटे लड़ी को बांसुरी की तान के जरिए दर्शकों के सामने पेश किया दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल सीपी मुक्तेश चंद्र ने, जो समारोह के मुख्य अतिथि भी थे। गायिका मंदाकिनी बोरा, पुष्कर सिन्हा और पूजा झा और युगल किशोर ने संतोष आनंद के कई गीतों को गाकर समां बांध दिया। हैदर अली की टीम की काबिले तारीफ संगीत ने महफिल में चार चांद डाल दिए। यहां तक कि खुद गीतकार संतोष आनंद ने भी गायकों की आवाज के साथ-साथ उनके संगीत की खूब सराहना की।

इस मौके पर संतोष आनंद ने खुद अपना गीत इक प्यार का नगमा गाकर लोगों को सुनाया। संतोष आनंद ने अपनी जिंदगी के अनुभवों पर दर्शकों को खूब संवाद किया। संतोष आनंद ने दर्शकों की तारीफ करते हुए कहा कि लोग उन्हें आज भी उन्हें बहुत प्यार करते हैं और उन्हें अकेला नहीं देखना चाहते, इसलिए उनके पास चले आते हैं। समारोह के मुख्य अतिथि मुक्तेश चंद्र ने इस मौके पर कहा कि संतोष की मौजूदगी में उनके दोनों गानों को बासुंरी से सुनाने का मुझे पहली बार अवसर मिला है और ये मेरा सौभाग्य है।

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इस समारोह में सीनियर कार्टूनिस्ट मीता रॉय ने संतोष आनंद को एक पोट्रेट और केरिकेचर भेंट किया। मीता के केरिकेचर में पोती रिद्धिमा के साथ खुद को देखकर संतोष आऩंद की खुशी देखते ही बन रही थी। साढ़े तीन घंटे का ये समारोह गीत-संगीत के साथ-साथ दर्शकों की तालियों से गूंजता रहा। टीवी पत्रकार अमर आनंद और टीवी एंकर गरिमा सिंह ने समारोह का दिलचस्प संचालन किया।

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TAGS: संतोष आनंद, गीत, संगीत, नृत्य, मुक्तेश चंद्र, मीता रॉय
OUTLOOK 05 October, 2015
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