चित्रा सिंह 27 साल बाद मंच पर आईं, लेकिन गा नहीं सकीं
उन्हें शनिवार की रात संकट मोचन संगीत समारोह की पहली निशा में अपनी प्रस्तुति देनी थी। पं. विश्वनाथ के गायन के बाद चित्रा सिंह मंच पर पहुंचीं। उन्हें संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। चित्रा ने हनुमान जी को हाथ जोड़ते हुए कहा कि अस्वस्थता के कारण गाना तो बंद हो गया है। जिंदा रही तो अगले साल इसी मंच से गाएंगी। बहुत आग्रह के बाद भी वह गा न सकीं और माइक लौटा दिया।
संकट मोचन के महंत ने प्रेरित भी किया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी की कृपा होगी तो चित्रा सिंह जरूर गाएंगी। इस पर उनकी आंखों से आंसू आ गए और वह मंच से नीचे उतर आईंं। मशहूर गजल गायक दिवंगत जगजीत सिंह की पत्नी और मशहूर गजल गायिका चित्रा सिंह 27 साल बाद किसी मंच पर अपनी प्रस्तुति देने वाली थीं।
चित्रा सिंह ने साल 1990 में अपने जवान बेटे की एक हादसे में हुई मौत के बाद से गाना छाेड़ दिया था। संकट मोचन मंदिर में हो रहे संगीत समारोह से वह एक बार फिर मंच गायिकी की शुरुआत करने वाली थीं।