01 December 2015
सारंगी वादक उस्ताद साबरी खान नहीं रहे
उनके पुत्र कमाल ने बताया कि मशहूर सारंगी वादक पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और सोमवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली। कमाल ने कहा, ‘उन्हें सांस की तकलीफ महसूस हुई तो उन्हें नजदीक के साकेत अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्हें कुछ समय से सांस की तकलीफ थी।’
सारंगी उस्ताद का अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जाएगा। भारतीय शास्त्रीय संगीत में अहम योगदान के लिए उस्ताद साबरी खान को कई पुरस्कारों और सम्मानों से नवाजा गया था जिनमें साहित्य कला परिषद पुरस्कार, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तथा प्रतिष्ठित पद्यश्री (1992) और पद्यभूषण पुरस्कार (2006) भी शामिल हैं।