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03 August 2016

उम्र महज 9 साल पर इनकी ताक धिना धिन का कोई सानी नहीं

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तबला वादन की बेजोड़ कला अभिवंदन में कूट-कूट कर भरी हुई है। तभी तो महज अपने इतने छोटे से सफर में ही वह ऑल इंडिया रेडियो में 14 बार और दूरदर्शन में 4 बार परफार्म कर चुके हैं। रेडियो सिटी में बाल दिवस पर तबले की धुन के साथ को होस्‍ट बनकर वह समां बांध चुके हैं। आॅल इंडिया रेडियो के एक्‍सटर्नल सर्विस डिवीजन में उनकी ताक धिना दिन का प्रसारण 5 महाद़वीपों के 108 देशों में किया गया। कई मीडिया चैनलों में अपनेे हुनर का प्रदर्शन कर चुके अभिवंदन ने पिछले साल ताज महोत्‍सव आगरा में लोगों को अपनी ताल में झूमने पर मजबूर कर दिया। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के राष्‍ट्रीय संस्कृति महोत्‍सव में इनका प्रदर्शन काफी सराहा गया।

जालंधर मेंं हरिवल्‍लभ संगीत सम्‍मेलन में भी इन्‍होंने अपनी प्रतिभा की छटा बिखेरी। लखनऊ महोत्‍सव में तो अभिवंदन को इस बेहतर हुनर के लिए 35 हजार का चेक देकर सम्‍मानित किया गया। इस चेेक को उनके अभिभावक अभी भी संभाल कर रखे हैं। अभिवंदन के इस बेजोड़ हुनर को निहारने और निखारने में गुरु पीयूष चक्रवर्ती का योगदान अहम है। लोकसभा सचिवालय में कार्यरत मां वंदना विज तथा जामिया मीलिया विश्‍वविद़यालय में हिंदी के असिस्‍टेंट प्रोफेसर पिता डॉ नीरज कुमार ने भी अभिवंदन को तबले की धुन के साथ पलने और बढ़ने का पूरा मौका दिया है। पिता डॉ नीरज कुमार उनके प्रेरणास्रोत हैं। मां वंदना कहती हैं कि बचपन में साढ़े तीन साल की उम्र से अभिवंदन तबले पर हाथ फेर रहे हैं। 

 गीत-संगीत की बेजोड़ प्रतिभा कहते हैं कि बचपन से ही आती है। और जब यह कम उम्र में ही आ जाती है तो सबको झूमने पर मजबूर कर देती हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी अभिवंदन तबला बजाने के साथ अन्‍य गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं। पढ़ने में होशियार हैं। अपना पाठ तो वह चंद मिनटों में ही याद कर लेते हैं। रामलीला में कभी राम तो कभी लक्ष्‍मण की भूमिका निभाते हैं। धार्मिक किताबेंं तथा महापुरुषों के चरित्र से भी उनको गहरा लगाव है। स्‍कूल की प्रिंसिपल मीनू कंवर ने भी अभिवंदन का हर कदम पर हौसला बढ़ाया है। अभिनेता सलमान खान को बेहद पंसद करने वाले अभिवंदन पिजा-बर्गर के साथ आईसक्रीम के भी शौकीन हैंं। बचपन में एनसीईआरटी की कितााब में एक छोटे से बच्‍चे के तबले के हुनर को पढ़कर उनके मन में तबला बजाने की लगन जगी। और आज इस वाद़य यंत्र को वह इस तरह बजाते हैं कि बड़े से बड़े उस्‍ताद भी मात खा जाएं। लाखों लोगों के दिलों में उनकी ताक धिना धिन गूंज रही हैं।  

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OUTLOOK 03 August, 2016
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