पुस्तक समीक्षा/ लव ड्रग: प्रेम बिन सब सून
इरा टाक पाठको के बीच जाना-पहचाना नाम है। उनकी कहानियां और उपन्यास आसपास के परिवेश को ही और बेहतर ढंग से दिखाते हैं। वे अपने शब्दों के माध्यम से ही ऐसा रचती हैं कि पढ़ने वाले को लगता है कि यह कहानी उसके दिल के करीब है। युवाओं में खासी लोकप्रिय हैं। उनका नया उपन्यास लव ड्रग भी ऐसा ही है, जो प्रेम को अलग ढंग से परिभाषित करता है। शाजिया की जिंदगी में आया पहला प्यार और फिर दिल का टूटना सिर्फ शाजिया को ही नहीं परेशान करता बल्कि पढ़ने वालों को भी मायूसी होने लगती है। यह सिर्फ इसलिए कि इरा उसे इतनी खूबसूरती से बुनती-रचती हैं कि यह बिछोह विश्वसनीय लगने लगता है।
शाजिया की जिंदगी में मार्टिन का आना और हर पल ऋचा का साथ देना। मार्टिन के साथ शाजिया जिंदगी का अलग स्वाद चखती है और फिर यह कहानी प्रेम के कई रूप-रंग दिखाती चलती है। यह कहानी रोलर कोस्टर की तरह है जो कई उतार-चढ़ाव के साथ गुजर कर एक सुखद अंत तक पहुंचती है।
लव के रास्ते में हर परेशानी को पार कर जाने वाले ही विजेता होते हैं। मार्टिन और शाजिया ऐसे ही विजेता हैं, जो इस बात पर अंततः यकीन करते हैं कि प्यार है, तो जिंदगी है। यह ऐसा नशा है, जिसे करे बिना किसी को चैन नहीं। हर व्यक्ति यदि इसी के नशे के गिरफ्त में हो, तो दुनिया वाकई हसीन और खुशनुमा होगी। मार्टिन और शाजिया की लव जर्नी में एक बार दाखिल होकर देखने के बाद ही इसका पता चलेगा।
लव ड्रग
इरा टाक
हिंद पॉकेट बुक्स (पेंगुइन रैंडम हाउस इम्प्रिंट)
198 पृष्ठ
199 रुपये