31 July 2020
लोकोक्तियों का लौटना
इस कृति में कुल 42 कहानियां संकलित हैं। इन कहानियों में ग्रामीणजनों की समझदारी, कहीं वन्य जीवों से जुड़ी कहानियां हैं, तो कहीं राजा, राजकुमार, राजकुमारी की कहानियां। नैतिकता का संदेश देने वाली कहानियां भी संग्रह में मौजूद हैं।
संपादक ने लोकोक्तियों-मुहावरों का प्रयोग ज्यों का त्यों रखा है। ‘जांता’ शब्द का प्रयोग ग्रामीण जनजीवन और कृषि सभ्यता से परिचय कराता है। ‘जांता’ में गेहूं पीसते समय जो हंसी-मजाक भरा वातावरण ग्रामीण जनजीवन की पहचान है, संपादक ने इसे याद दिलाया है।