ब्रह्म कमल एक प्रेम कथा
स्वाति तिवारी ने किताबघर से प्रकाशित अपने नए उपन्यास ब्रह्म कमल एक प्रेम कथा के अंश का पाठ किया। सृजन संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ रचनाकार श्याम मुंशी ने की। इस मौके पर अनीता सिंह ने भी कहानी पाठ किया। कार्यक्रम मे उर्दू के वरिष्ठ साहित्यकार नईम कौसर ने प्रेमचंद के उर्दू अवदान पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम में प्रख्यात आलोचक विजयबहादुर सिंह, राम अधीर, सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार एवं श्रोता उपस्थित थे।
ब्रह्मकमल एक प्रेमकथा स्मृतियों के माध्यम से आत्म-विश्लेषण द्वारा चरित्र का क्रमिक विकास दर्शाता है। यह प्रेम के रूप में एक आंचलिक मनोवैज्ञानिक कथा है, जिसमें उत्तराखंड के सांस्कृतिक भौगोलिक परिदृश्य को प्राकृतिक सौंदर्य के साथ अंचल का निजी जीवन, लोक व्यवहार, नैतिक आदर्श और पारंपरिक परिदृश्य की विशिष्टताओं को समाहित किया है। उपन्यास में विशिष्ट लोक संस्कृति से पोषित जनजीवन पाठक के सामने खुलता चला जाता है। यह उपन्यास अपनी तरह से उत्तराखंड की आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक तथा भौगोलिक चेतना का तटस्थ निस्संग तथ्यात्मक चित्रण है।