केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को वातायान अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मान
हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को वातायन अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मान के लिए चयनित किया गया है।
यह सम्मान हिन्दी में साहित्यिक लेखन को लेकर दिया जाने वाला एक ‘अन्तर्राष्ट्रीय लाइफ टाइम एचिवमेन्ट’ सम्मान है। यह सम्मान एक संस्था ‘वातायन - यू.के.’ 2015 से प्रतिवर्ष प्रदान करती आ रही है। यह संस्था गैर अंग्रेजीे लेखकों एवं कवियों को अंग्रेजी के एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के लेखकों से जोड़ने का एक मंच है।
गौरतलब है कि निशंक को यह पुरस्कार उनके द्वारा साहित्य में किए गए योगदानों के लिए देने का निर्णय लिया गया है। वे मूलरूप से कवि हैं, साथ ही उन्होंने अनेक कहानियाँ भी लिखी है, जो कई कथा संग्रहों के रूप में प्रकाशित हैं।
केंद्रीय मंत्री निशंक उत्तराँचल के एक दूरस्थ छोटे से गाँव पिनानी के एक गरीब परिवार में पैदा हुए थे। उन्होंने अभी तक 75 से ज्यादा पुस्तकों की रचना की है। उनकी रचनाओं का दुनिया की दस से ज्यादा भाषाओं में अनुवाद हुआ है। उनकी अनेक रचनाएं अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, मराठी, जर्मन, फ्रेंच आदि कई भाषाओं में अनुदित हो चुकी है। उनकी रचनाओं एवं साहित्यिक योगदानों पर अनेक विश्वविद्यालयों में शोधकार्य हुए है।