आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही है इन्वेस्टमेंट बैंकिंग का भविष्य, बैंकिंग एक्सपर्ट रजत तिवारी ने समझाया
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक ऐसा क्षेत्र बनकर उभरा है जो कंप्यूटर विज्ञान और मशीन लर्निंग का उपयोग करते हुए कंप्यूटर सिस्टम को बुद्धिमत्ता के साथ समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है। आज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विभिन्न क्षेत्रों में लागू हो रही है जिसमें इन्वेस्टमेंट बैंकिंग भी शामिल है।
इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग संभव होता है ताकि संसाधनों को अधिक समय और दूसरे संसाधनों की आवश्यकता के बिना वित्तीय विश्लेषण किया जा सके। यह इन्वेस्टमेंट बैंकों को अपने ग्राहकों को एक बेहतर और तेज सेवा प्रदान करने में मदद करता है। इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विश्लेषण के अनुभव से नतीजे देता ल है, जिससे इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनियों को अधिक उपयोगी निवेश फैसले लेने में मदद मिलती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनियों को विभिन्न वित्तीय मॉडल तैयार करने में मदद मिलती है जो उन्हें बेहतर निवेश फैसले लेने में भी मदद करती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग सलाहकार रजत तिवारी ने कहा, "आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग वित्तीय सेवाएं, वाणिज्य, और संचार के क्षेत्रों में किया जा रहा है। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एक एक ऐसा क्षेत्र बनकर उभरा है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग बढ़ता जा रहा है। इस वर्ष के शुरुआती महीनों में ही वैश्विक स्तर पर इन्वेस्टमेंट बैंकिंग संस्थानों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए $ 5.4 अरब अमेरिकी डालर का निवेश किया है"।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ताकत बैंकिंग उद्योग के लिए अधिक समझदार निर्णय लेने में मदद करती है। यह सुझाव देने की क्षमता रखता है, उदाहरण के लिए, किस निवेश का प्रस्ताव सबसे अधिक मुनाफे देगा या किस निवेश से आपको अधिक नुकसान होने की संभावना है।