खेल बजट 350 करोड़ रुपये बढ़ा
भारतीय खेल प्राधिकरण को 481 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं जबकि पिछले साल यह रकम 416 करोड़ रुपये थी। दिव्यांगों में खेलों को बढावा देने के लिए आवंटन घटाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है जबकि पिछले साल यह चार करोड़ रुपये था।
राष्ट्रीय खेल महासंघों को दी जाने वाली सहायता 185 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 302 करोड़ रुपये कर दी गई है। पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए योजना में आवंटन पिछले साल के 131.33 करोड़ रुपये की तुलना में 148.4 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के लिये खेलों में आवंटन जस का तस 75 करोड़ रुपये रखा गया है। राष्ट्रीय सेवा योजना को 144 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। राष्ट्रीय खेल विकास कोष का आवंटन पांच करोड़ रुपये से घटाकर दो करोड़ रुपये कर दिया गया है। देश में खेल प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने के लिए सिर्फ 50 लाख रुपये दिए गए हैं। खेलो इंडिया के लिए कुल आवंटन 140 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 350 करोड़ रुपये कर दिया गया है।