लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को बड़ी चोट, आधे कंपनी प्रमुख नौकरियां छिनने काे लेकर सशंकितः सीआइआइ सर्वे
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का अर्थव्यवस्था और रोजगार पर काफी गहरा असर होने जा रहा है। इसकी वजह से मांग काफी घट गई है और कंपनियों की आय में गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में आधी से ज्यादा नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) की ओर से कराए गए एक सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले ज्यादातर लोगों ने नौकरियां जाने की आशंका जताई है।
सीआईआई के करीब 200 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के बीच किए गए ऑनलाइन सर्वेक्षण ‘सीआईआई सीईओ स्नैप पोल’ के मुताबिक मांग में कमी से ज्यादातर कंपनियों की आय में कमी आई है। इससे नौकरियां जाने का अंदेशा है। सर्वेक्षण के अनुसार, ‘चालू तिमाही (अप्रैल-जून) और पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान अधिकांश कंपनियों की आय में 10 फीसदी से अधिक कमी आने की आशंका है और इससे उनका लाभ दोनों तिमाहियों में पांच फीसदी से अधिक गिर सकता है।’
घरेलू कंपनियों की आय और लाभ दोनों में इस तेज गिरावट का असर देश की आर्थिक वृद्धि दर पर भी पड़ेगा। 52 प्रतिशत तक नौकरियां कम हो सकती हैं। 47 प्रतिशत कंपनियों में 15 प्रतिशत से कम नौकरियां जाने की आशंका है।
उद्योगों के संचालन पर गहरा असर
80 फीसदी कंपनियों ने दावा किया है कि मौजूदा वक्त में उनका सामान या इनवेंटरी ऐसे ही पड़ा हुआ है। हालांकि 40 फीसदी से अधिक कंपनियों ने उम्मीद जताई है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी उनका स्टॉक एक महीने के लिए पर्याप्त है जोकि यह दिखाता है कि लॉकडाउन के बाद भी मांग में मंदी रहेगी।
इंडस्ट्री के लिए राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा
सीआईआई के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी का कहना है कि सरकार इंडस्ट्री के लिए राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर सकती है और इसे फास्ट ट्रैक मोड पर लागू किया जा सकता है क्योंकि लॉकडाउन को अचानक लागू किए जाने से उद्योगों के संचालन पर गहरा असर पड़ा है।
दुनिया भर में कोरोना का कहर
बता दें कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तकरीबन 70 हजार लोगों की जान ले ली है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, अब तक दुनियाभर में 69,419 लोगों की मौत वायरस के चलते हुई है। इसमें सबसे अधिक इटली में 15887, स्पेन में 12641 मौतें हुई हैं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक रविवार शाम 6 बजे तक देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3 हजार 577 है। इनमें से 274 ठीक हो चुके हैं, जबकि 83 मरीजों की मौत हुई है।