कंपनियों ने लगायी कोयला खदानों की ऊंची बोली
लेकिन जानकारों का कहना है कि अगले पांच साल में कोयले का उत्पादन न तो दोगुना होना संभव है और न ही ऊर्जा क्षेत्र के लिए दर बढ़ाने की संभावना है।
इसकी वजह बताई जा रही है कि कुछ ऐसे कोल ब्लॉक भी हैं जहां भूमि अधिग्रहण की समस्या उत्पन्न हो सकती है। आयातित कोयले पर काम करने वाली कंपनियां अगर भारत में खदान जीत जाए तो उनके लिए अच्छा रहेगा। बाल्को, जयप्रकाश पावर वेंचर्स तथा ओसीएल आयरन एंड स्टील को कोयला नीलामी के चौथे दिन आज एक एक खान मिली। इसके साथ ही नीलामी के जरिए बिके ब्लाकों की संख्या 11 हो गई है। कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने मंगलवार रात ट्वीट किया कि चोटिया ब्लाॅक के लिए वेदांता ग्रुप की कंपनी बाल्को ने 3,025 रपये प्रति टन की सबसे ऊंची बोली लगाई।
बाल्को ने छत्तीसगढ़ की इस खान के लिए गोदावरी पावर एंड इस्पातल लिमिटेड, हिंडाल्को इंडस्टीज, प्रकाश इंडस्टीज, रूंगटा माइंस तथा अल्टाटेक सीमेंट को पछाड़ा।
ससे पहले दिन में जयप्रकाश पावर को मध्यप्रदेश की अमेलिया (नॉर्थ) खान तथा ओसीएल आयरन एंड स्टील को पश्चिम बंगाल में अरधाग्राम खान मिली। इन कंपनियों ने क्रमश: 712 रुपये प्रति टन तथा 2,302 रुपये प्रति टन की उच्चतम बोली लगाई।
मांडला नॉर्थ (मध्य प्रदेश) के लिए जेपी एसोसिएट्स ने 2,505 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है और मार्की मांगली 3 (महाराष्ट्र) के लिए बी एस इस्पात ने 918 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है। ट्रांस दामोदर (पश्चिम बंगाल) के लिए दुर्गापुर प्रोजेक्ट्स ने 940 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है। अमीलिया नॉर्थ (मध्य प्रदेश) के लिए जेपी पावर ने 712 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है। वहीं ओसीएल आयरन एंड स्टील ने अर्धग्राम (पश्चिम बंगाल) के लिए 2,302 रुपये प्रति टन की बोली लगाई। बाल्को ने चोटिया (छत्तीसगढ़) के लिए 3,025 रुपये प्रति टन की बोली लगाकर इसे जीत लिया है।
हिंडाल्को ने कठौतिया (झारखंड) के लिए 2,860 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है। रिलायंस सीमेंट ने सियाल घोघरी (मध्य प्रदेश) के कोल ब्लॉक के लिए 1,402 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है। सनफ्लैग आयरन & स्टील ने बेलगांव (महाराष्ट्र) के लिए 1,785 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है। वहीं जीएमआर एनर्जी ने तालाबिरा 1 (ओडिशा) के लिए 478 रुपये प्रति टन की बोली लगाई है।