आइएमएफ ने 0.3 फीसदी घटाया भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान, इस साल 7 फीसदी रहेगी
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने चालू वर्ष 2019 और 2020 में भारत की आर्थिक विकास दर धीमी पड़ने का अनुमान लगाया है। उसने दोनों वर्षों के लिए विकास दर अनुमान 0.3 फीसदी घटा दिया है। घरेलू स्तर पर मांग उम्मीद से ज्यादा कमजोर रहने के कारण इन दो वर्षों में विकास दर क्रमशः 7 और 7.2 फीसदी रह सकती है।
फिर भी सबसे तेज रफ्तार रहेगी भारत में
इसके बावजूद भारत की विकास दर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था में सबसे तेज रहेगी। ग्लोबल वित्तीय संस्थान आइएमएफ ने कहा कि विकास दर चीन से भी काफी ज्यादा रहेगी। उसने इन दोनों वर्षों के लिए इस साल के शुरू में जारी अनुमान में 0.3 फीसदी की कटौती की है। आइएमएफ ने वर्ल्ड इकोनॉमिक अपडेट में कहा कि चालू वर्ष में ग्रोथ 7 फीसदी रहेगी जबकि अगले साल यह थोड़ी सुधरकर 7.2 फीसदी हो जाएगी। घरेलू मांग कमजोर रहने से विकास दर सुस्त रहेगी।
चीन पर भारी पड़ेगा अमेरिका का टैरिफ
आइएमएफ के अनुसार चीन में इस साल 6.2 फीसदी और अगले साल 6 फीसदी विकास दर रहेगी। उसने अप्रैल के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के मुकाबले ग्रोथ रेट में 0.1 फीसदी की कमी की है। अमेरिकी आयात शुल्क में वृद्धि के नकारात्मक असर और कमजोर विदेशी मांग से चीन की पहले से कमजोर अर्थव्यवस्था पर और दबाव पड़ेगा। कर्ज पर अत्यधिक निर्भरता कम करने के लिए नियामकीय मजबूती की आवश्यकता है।
वैश्विक विकास दर रहेगी 3.2 फीसदी
आइएमएफ की भारतीय मूल की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने चिली की राजधानी सेंटियागो में जारी रिपोर्ट में दुनिया की विकास दर का भी अनुमान घटाया है। इस साल वैश्विक विकास दर 3.2 फीसदी और अगले साल 3.5 फीसदी रहने की संभावना है।