अर्थव्यवस्था को लेकर घबराने की जरूरत नहीं, फंडामेंटल मजबूतः प्रकाश जावड़ेकर
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि अर्थव्यवस्था की सुस्ती को लेकर चिंताएं निरर्थक हैं क्योंकि फंडामेंटल अभी भी मजबूत हैं। अर्थव्यवस्था में सिर्फ चक्रीय सुस्ती दिखाई दे रही है।
चीन से ज्यादा एफडीआइ भारत में
उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए कहा कि बीते वर्ष 2018 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश चीन से कहीं ज्यादा आया। सरकार के सौ दिन पूरे होने पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते है कि कभी-कभी अर्थव्यवस्था में सुस्ती चक्रीय प्रक्रिया के आती है। भारत के आर्थिक फंडामेंटल अभी भी मजबूत हैं। फंडामेंटल पर किसी तरह का असर नहीं पड़ा है।
सरकार ने बेहतर व्यवस्था लागू की
क्या भारत इतनी धीमी आर्थिक विकास दर के सहारे 2024 तक पांच ट्रिलियन डॉलर (करीब 350 लाख करोड़ रुपये) बन पाएगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था का आधार बहुत मजबूत है। नई बेहतर सरकारी व्यवस्था के दौर में नए उद्योग लग रहे हैं। सरकार ने विदेशी निवेश को आमंत्रति करने के लिए नियम भी उदार किए हैं।
मौजूदा सुस्ती का दौर सिर्फ अस्थाई
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार देश में ज्यादा से ज्यादा विदेश निवेश आएगा और देश में मांग सुधरेगी। मौजूदा आर्थिक स्थिति को अस्थाई बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश की विकास दर प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि देश में पिछले पांच साल में विकास दर सात फीसदी रही है। भवष्यि में तेज िवकास दर जारी रहेगा। घबराने की कोई बात नहीं है।