पंजाब के किसानों में इन दिनों बकरीपालन का जुनून
राज्य में खेती लगातार घाटे का सौदा बन रही है। कर्ज से बेहाल किसानों के लिए पंजाब सरकार तरह-तरह की योजनाएं भी ला रही है। इनमें से एक है कि राज्य सरकार आर्थिक तौर पर पिछड़े किसानों में बकरी पालन को लोकप्रिय बना रही है।
पशुपालन विभाग के अगुवाई में इस प्रकार की यह आठवीं प्रतियोगिता आयोजित की गई। पंजाब सीमा से सटे फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, गुरदासपुर और अमृतसर में इस समय जमना, पारी, यत्तन, पहाड़ी, बारबरी, बीकानेरी और बीटल नस्ल की बकरियां पाली जा रही हैं।
यहां पहुंचे लोगों का कहना है कि उन्हें बकरीपालन में भरपूर फायदा हो रहा है। प्रतियोगिता में पहुंचे लोगों के अनुसार ये बकरियां दो से चार किलो दूध देती हैं। इनमें से बीटल नस्ल की बकरी का दूध डेयरी में भी पहुंचने लगा है। बाजार में यह दूध 25 से 30 रुपये किलो बिक रहा है। फरीदकोट जिले के गांव बरगाड़ी के केवल सिंह बराड़ ने बताया कि बीटल बकरी एक साल में चार बच्चे देती है। एक बच्चे की कीमत 3,000 रुपये है। इनका कहना है कि नौजवान पीढ़ी के लिए बकरीपालन किफायती बिजनेस बन सकता है।