सुषमा ने की तापी पाइपलाइन के बारे में चर्चा
सुषमा स्वराज की मध्य एशियाई देश की इस पहली यात्रा के दौरान दोनों देशों ने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग पर सहमति जताई। साथ ही दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग सहित महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ।
भारतीय विदेश मंत्री स्वराज ने यहां व्यापार, आर्थिक, वैग्यानिक एवं प्रौद्योगिकी सहयोग पर पांचवीं भारत-तुर्कमेनिस्तान अंतर सरकारी संयुक्त आयोग की बैठक की तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री राशिद मेरेदोव के साथ सह अध्यक्षता के बाद कहा, यह मेरी पहली तुर्कमेनिस्तान यात्रा है। यह काफी सफल रही। यह मेरी उम्मीदों से अधिक रही। भारत के विकास का मानक ऊपर जा रहा है और विकास से जुड़े कई अवसर हैं।
उन्होंने कहा, इस संदर्भ में तुर्कमेनिस्तान के साथ हमारा संबंध क्षमता के अनुरूप नहीं है। मैंने सहयोग के सभी आयामों की तलाश की है। इससे पहले तुर्कमान इंडिया इंस्ट्रीयल ट्रेनिंग सेंटर के उन्नयन के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। यहां की तीन दिनों की यात्रा पर आई सुषमा ने तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बेरदीमुहमेदोव के साथ यहां मुलाकात कर महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों पर विचार विमर्श किया।
दोनों नेताओं की बैठक में रक्षा क्षेत्र में सहयोग के अलावा 10 अरब डॉलर की महत्वाकांक्षी तापी गैस पाइपलाइन परियोजना पर भी चर्चा हुई। उन्होंने राष्ट्रपति से उनके आवास पर मुलाकात की।