ऑटोमैटिक रूट से सिंगल ब्रांड रिटेल में सौ फीसदी FDI को मंजूरी
सिंगल ब्रांड रिटेल कंपनियों में अब ऑटोमैटिक रूट के जरिए सौ फीसदी विदेशी निवेश की इजाजत दे दी गई है। एएनआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा एविएशन और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में भी एफडीआई नियमों में छूट दी गई है।
100% FDI under automatic route for single brand retail trading approved by Union Cabinet,100% FDI under automatic route in construction development also approved
— ANI (@ANI) January 10, 2018
क्या है फैसला
नए फैसले के तहत सिंगल ब्रैंड रिटेल में ऑटोमैटिक रूट से 100 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले एफडीआई के तहत निवेश करने पर सरकार से मंजूरी लेनी पड़ती थी, लेकिन अब सभी शर्तें पूरी करने पर कैबिनेट से मंजूरी नहीं लेनी होगी। अगर आसान शब्दों में समझें तो निवेश मंजूरी की प्रक्रिया आसान हो जाएगी।
वहीं, विदेशी एयरलाइंस को एयर इंडिया में अप्रूवल रूट के जरिए 49 फीसदी तक निवेश करने की छूट होगी।
Foreign airlines allowed to invest up to 49% under approval route in Air India, decides Union Cabinet
— ANI (@ANI) January 10, 2018
क्या है FDI
सामान्य भाषा में समझें तो किसी एक देश की कंपनी का दूसरे देश में किया गया निवेश प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई (फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट) कहलाता है। ऐसे निवेश से निवेशकों को दूसरे देश की उस कंपनी के प्रबंधन में कुछ हिस्सा हासिल हो जाता है जिसमें उसका पैसा लगता है।
आमतौर पर माना यह जाता है कि किसी निवेश को एफडीआई का दर्जा दिलाने के लिए कम-से-कम कंपनी में विदेशी निवेशक को 10 फीसदी शेयर खरीदना पड़ता है। इसके साथ उसे निवेश वाली कंपनी में मताधिकार भी हासिल करना पड़ता है।