थम नहीं रहा वाहनों की बिक्री में गिरावट का दौर, कंपनियां उत्पादन कटौती को बाध्य
करीब एक साल से शुरू हुई वाहनों की बिक्री में गिरावट थम नहीं रही है। इस साल जून में बिक्री में गिरावट का दौर और तेज हो गया। सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की भी बिक्री 14 फीसद तक घट गई। बीते जून के दौरान टोयोटा किर्लोस्कर की बिक्री मे सबसे ज्यादा 19 फीसदी गिरावट आई। सिर्फ कार निर्माता कंपनियों की ही गिरावट का रुख नहीं रहा। दोपहिया वाहन और ट्रैक्टर निर्माता कंपनियों की भी बिक्री में गिरावट रही। वाहनों की बिक्री के कारण कंपनियों को उत्पादन में कटौती भी करनी पड़ रही है।
मारुति की बिक्री 14 फीसदी घटी, छोटी कारों में और ज्यादा गिरावट
जून के दौरान मारुति सुजुकी के वाहनों की बिक्री 14 फीसदी घटकर 124,708 रह गई। पिछले साल जून में मारुति के 144,981 वाहनों की बिक्री हुई थी। कंपनी के बयान के अनुसार कंपनी की घरेलू बिक्री तो 15.3 फीसद रह गई। उसके वाहनों की बिक्री 135,662 से घटकर 114,861 रह गई। मिनी सेगमेंट में अल्टो और पुरानी वैगनआर की बिक्री 36.2 फीसदी घटकर 18,733 रह गई। पिछले साल जून में 29,381 वाहनों की बिक्री हुई थी। न्यू वैगनआर, सेलेरियो, इगनिस, स्विफ्ट, बैलेनो और डिजायर सेत कांपेक्ट मे कारों की बिक्री 12.1 फीसदी घटकर 62,897 रह गई। हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 24 फीसदी तक कम रही। हालांकि निर्यात बिक्री 5.7 फीसदी बढ़कर 9847 हो गई।
टोयोटा किर्लोस्कर की बिक्री 19 फीसदी कम
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की बिक्री जून में 19 फीसदी घट गई। कंपनी की बिक्री 14,102 वाहनों से घटकर 11,365 रह गई। उसकी घरेलू बिक्री 13,088 से घटकर 10,603 रह गई। कंपनी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर एन. राजा ने कहा कि उद्योग में बिक्री लगातार घट रही है। कई कारणों से बिक्री कमजोर बनी हुई है। इस दौरान हुंडई मोटर इंडिया की बिक्री 3.2 फीसदी घटकर 58,807 वाहनों की रह गई। पिछले साल जून में उसने 60,772 वाहनों की बिक्री की थी। जून में घरेलू बिक्री 7.3 फीसदी घटकर 42000 वाहनों की रह गई। लेकिन निर्यात बिक्री नौ फीसदी बढ़ गई। उसने इस साल जून में 16,800 वाहनों की बिक्री की। आर्थिक अनिश्चितता, कमजोर मानसून की आशंका, उच्च ब्याज दर, नकदी की कमी के कारण उद्योग में निराशा का माहौल बना हुआ है।
एमएंडएम की बिक्री में गिरावट सीमित
महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री इस दौरान छह फीसदी घटकर 42,547 वाहनों की रह गई। पिछले साल जून में 45,155 वाहनों की बिक्री हुई थी। देश के भीतर उसके वाहनों की बिक्री पाच फीसदी घटकर 45,155 रह गई। उसकी घरेलू बिक्री पिछले महीने भी पांच फीसदी घटकर 39,471 रह गई थी। इस दौरान उसके वाहनों का भी निर्यात 11 फीसदी घट गया। इस साल जून में उसने महज 30,76 वाहनों की बिक्री की। यूटीलिटी वाहन सहित यात्री वाहनों में कारों की बिक्री चार फीसदी बढ़कर 18,826 हो गई। पिछले साल जून में 18,137 वाहनों की बिक्री हुई थी। कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री भी 19,229 से घटकर 16,394 रह गई। कंपनी के प्रेसीडेंट (ऑटोमोबाइल सेक्टर) राजन वाढेरा के अनुसार यात्री वाहनों की खासतौर पर गिरावट दर्ज की गई। कंपनी यूटीलिटी सहित यात्री वाहनों की बिक्री का प्रदर्शन बेहतर रहा। यात्री वाहनों की बिक्री चार फीसदी तो यूटीलिटी वाहनों की बिक्री आठ फीसदी बढ़ी।
बजाज ऑटो की बिक्री में मामूली बढ़त
दोपहिया वाहनों में बजाज ऑटो की बिक्री थोड़ी बढ़कर 404,624 हो गई। पिछले साल जून में कंपनी ने 404,429 दोपहिया वाहनों की बिक्री की थी। घरेलू बिक्री दो फीसदी घटकर 229,225 रह गई। मोटरसाइकिलों की बिक्री एक फीसदी घटकर 199,340 रह गई। इसी तरह उसके वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 11 फीसदी घटकर जबकि निर्यात बिक्री तीन फीसद सुधर गई।
ट्रैक्टर की भी बिक्री औंधे मुंह गिरी
महिंद्रा एंड महिंद्रा की ट्रैक्टर बिक्री 18 फीसदी घट गई। इस साल जून में 33,094 रह गई जबकि पिछले साल जून में 40,529 ट्रैक्टरकों की बिक्री हुई थी। घरेलू बिक्री 19 फीसदी घटकर 31,879 रह गई। उधर, एस्कोर्ट्स की ट्रैक्टर बिक्री भी 10.2 फीसदी घटकर 8,960 रह गई। पिछले साल जून में 9983 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी। घरेल बिक्री 11.4 फीसदी घटकर 9758 ट्रैक्टरों की रह गई।