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03 December 2019

आर्थिक चुनौतियों पर बोलीं निर्मला सीतारमण, निवेश बढ़ाने के लिए होंगे और सुधार

File Photo

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा है कि भारतीय उद्योग जगत कई तरह की चुनौतियों से गुजर रहा है, लेकिन अब सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार भारत को ज्यादा आकर्षक निवेश गंतव्य बनाने के लिए कुछ और आर्थ‍िक सुधार करने के लिए तैयार है।

उद्योग चैंबर सीआईआई द्वारा आयोजित 'इंडिया-स्वीडन बिजनेस समिट' को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'हम अब भारतीय उद्योग की चुनौतियों से निपटने के दौर में हैं। बजट 2020 से पहले ही हमने इस बारे में निर्णय ले लिया कि वित्तीय प्रोत्साहनों के लिए इंतजार न किया जाए। कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का निर्णय दो बजट के बीच में लिया गया।'

भारत सरकार नए सुधार करने के लिए तैयार है

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती जैसे कई कदम उठाए हैं। मैं आपको (निवेश के लिए) आमंत्रित करना चाहती हूं और इस बात के लिए आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार बैंकिंग, खनन, बीमा हो या कोई और सेक्टर नए सुधार करने के लिए तैयार है।'

भारत की बुनियादी ढांचा विकास की परियोजनाओं में निवेश करें स्वीडन की कंपनियां

सीतारमण ने स्वीडन की कंपनियों को इस बात के लिए आमंत्रित किया कि वे भारत की बुनियादी ढांचा विकास की परियोजनाओं में निवेश करें। भारत सरकार अगले पांच साल में बुनियादी ढांचा के क्षेत्र में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश करना चाहती है। वित्त मंत्री ने मंगलवार को स्वीडन के कारोबार, उद्योग और नवाचार मंत्री इब्राहिम बेलान के साथ कारोबार और व्यापार के द्विपक्षीय मसलों पर बात की।

कई तरह की चुनौतियों से जूझ रहा है उद्योग जगत

देश में आर्थिक सुस्ती के दौर में भारतीय कारोबार और उद्योग जगत कई तरह की चुनौतियों से जूझ रहा है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में मांग में कमी आई है। अर्थव्यवस्था को चुनौतियों से निकालने के लिए सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती जैसे कई बड़े ऐलान किए हैं, लेकिन इनका अभी बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ है।

4.5 फीसदी पहुंच गया जीडीपी का आंकड़ा

चालू वित्त वर्ष (2019-20) की दूसरी तिमाही में जीडीपी का आंकड़ा 4.5 फीसदी पहुंच गया है। यह करीब 6 साल में किसी एक तिमाही की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले मार्च 2013 तिमाही में देश की जीडीपी दर इस स्‍तर पर थी।

बता दें कि देश की जीडीपी लगातार 6 तिमाही से गिर रही है। बीते वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही में ग्रोथ रेट 8 फीसदी पर थी तो दूसरी तिमाही में यह लुढ़क कर 7 फीसदी पर आ गई। इसी तरह बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ की दर 6.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.8 फीसदी पर थी। इसके अलावा वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ की दर गिरकर 5 फीसदी पर आ गई।

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TAGS: Government, Committed, Further, Reforms, Nirmala Sitharaman
OUTLOOK 03 December, 2019
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