सरकार ने रिवाइज की जीडीपी ग्रोथ रेट, 2017-18 में 6.7% से बढ़कर 7.2% हुई
सरकार ने रिवाइज की जीडीपी ग्रोथ रेट, 6.7 फीसदी का अनुमान बढ़कर 7.2 फीसदी
सरकार ने जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में संशोधन किया गया है। नए अनुमान के मुताबिक इसमें 0.5 फीसदी इजाफा होने की बात कही गई है। सरकार के जरिए वित्त वर्ष 2017-18 के लिए 7.2 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया है। वहीं इससे पहले यह अनुमान 6.7 फीसदी का लगाया गया था।
सीएसओ ने क्या कहा
पीटीआई के मुताबिक, साल 2017-18 के लिए देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि दर के 6.7 फीसदी के अनुमान को बढ़ा दिया गया है। अनुमान में इस बढ़ोतरी को लेकर केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) का कहना है कि वास्तविक जीडीपी या स्थिर मूल्यों (2011-12) 2017-18 के लिए जीडीपी 131.80 लाख करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 122.98 लाख करोड़ रही। इसी आधार पर वित्त वर्ष 2017-18 में यह 7.2 फीसदी की बढ़ोतरी दिखा रहा है। हालांकि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान यह 8.2 फीसदी दिखा रहा था।
इन क्षेत्रों में विकास दर का अनुमान
वहीं 2017-18 के दौरान, प्राथमिक (कृषि, वानिकी, मछली पकड़ने और खनन और उत्खनन सहित), माध्यमिक (विनिर्माण, बिजली, गैस, पानी की आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवाओं, और निर्माण) और तृतीयक (सेवा) क्षेत्रों की विकास दर का अनुमान भी लगाया गया है। इनमें क्रमश: 6.8 फीसदी, 7.5 फीसदी और 8.4 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है। पहले यह अनुमान क्रमशः 5 फीसदी, 6 फीसदी और 8.1 फीसदी था।