Advertisement
24 September 2019

ईपीएफ पर 8.65 फीसदी ब्याज दर को मिली मंजूरी, केंद्र ने किया अधिसूचित

File Photo

सात महीन के लंबे इंतजार के बाद आखिकार केंद्र सरकार ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2018-19 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पर 8.65 फीसदी के ब्याज दर को मंजूरी दे दी। केंद्र के इस फैसले से छह करोड़ से अधिक सक्रिय अंशधारकों को फायदा होगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने इस साल फरवरी में वित्त वर्ष 2018-19 के लिए ईपीएफ पर 8.65 फीसदी ब्याज दर देने का फैसला किया था लेकिन वित्त मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिल पाने के कारण आज तक इसे सब्सक्राइबर्स के खातों में क्रेडिट नहीं किया जा सका था।

ईपीएफओ ने हालांकि कहा था कि वह वित्त मंत्रालय से औपचारिक अनुमति का इंतजार कर रहा है, क्योंकि इस तरह के विलंब के कारण डिपॉजिट पर मिलने वाले रिटर्न पर प्रतिकूल असर पड़ता है।

दर में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी

Advertisement

ब्याज दर में 10 आधार अंकों (0.10 फीसदी) की बढ़ोतरी की गई है, क्योंकि वित्त वर्ष 2017-18 में इस पर ब्याज दर 8.55 फीसदी थी। वित्त वर्ष 2016-17 में भी ईपीएफ पर ब्याज पर 8.55 फीसदी ही थी। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने मंगलवार को कहा कि इस महीने की शुरुआत में ही उन्होंने सीबीटी के फैसले को पूरा करने के प्रति आश्वस्त किया था और उनके मंत्रालय ने अब इसे अधिसूचित कर दिया है।

ईपीएफओ के पास अब 151 करोड़ का सरप्लस

वित्त वर्ष 2018-19 में ईपीएफ पर 8.65 फीसदी ब्याज दर देने के बाद ईपीएफओ के पास केवल 151 करोड़ रुपये का सरप्लस बचा है, जो पहले के स्तर से कम है। वित्त वर्ष 2017-18 में उसके पास 586 करोड़ रुपये का सरप्लस था।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Ministry of Labour & Employment, 8.65% rate, Employees' Provident Fund, financial year 2018-19
OUTLOOK 24 September, 2019
Advertisement