पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आई गिरावट, सरकार ने घटाई एक्साइज ड्यूटी
केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये की कटौती कर दी है। इस कटौती के बाद पेट्रोल-डीजल दो रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है। ईंधन की नई दरें आज से लागू हो गई हैं। बता दें कि मंगलवार को सरकार ने राहत देते हुए पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली बेसिक एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था। सरकार के ऊपर पेट्रोल और डीजल की दरें कम करने का काफी दबाव था। अब अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हुई हैं।
एक्साइज ड्यूटी घटने के बाद दिल्ली सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल
मेट्रो शहरों के मामले में एक्साइज ड्यूटी घटने के बाद पेट्रोल-डीजल दिल्ली में सबसे सस्ता मिल रहा है। यहां एक लीटर पेट्रोल 68.38 रुपये और डीजल 56.89 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। दिल्ली से सटे और कुछ अहम शहरों में कीमतें देखें, तो दिल्ली इनसे भी आगे है।
मेट्रो शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
शहर पेट्रोल का भाव(रु/ली) डीजल का भाव(रु/ली)
दिल्ली 68.38 56.89
कोलकाता 71.16 59.55
मुंबई 77.51 60.43
चेन्नई 70.85 59.89
वहीं, अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
शहर पेट्रोल का भाव(रु/ली) डीजल का भाव(रु/ली)
फरीदाबाद 68.59 57.38
गुरुग्राम 68.35 57.16
नोएडा 70.97 58.25
गाजियाबाद 70.85 58.14
भोपाल 74.72 63.19
चंडीगढ़ 68.52 57.70
जयपुर 70.09 60.88
लखनऊ 70.92 58.23
पटना 72.74 60.52
बता दें कि 16 जून से सरकार ने डायनमिक फ्यूल प्राइस का फॉर्मूला अपनाया था, जिसमें प्रतिदिन के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमते रिव्यू हो रही हैं। इस फैसले के बाद पहली जुलाई के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 7.29 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ चुकी हैं। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर 70.38 रुपए प्रति लीटर हो गई हैं। इससे पहले अगस्त 2014 में दिल्ली में पेट्रोल महंगा होकर 70.33 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया था। इसी तरह से डीजल की कीमतों में पहली जुलाई के बाद से 5.36 रुपए प्रति लीटर तक की बढ़ोत्तरी हुई है।
पेट्रोल और डीजल के दामों में बढोतरी को लकेर न केवल सिर्फ विपक्ष बल्कि राजग की सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार पर निशाना साधा था। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तो यहां तक कह दिया था कि भारत से ज्यादा सस्ता पेट्रोल और डीजल पाकिस्तान में बिक रहा है। माना जा रहा है कि पेट्रोल की कीमत में बढ़ोत्तरी के लिए सिर्फ कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा जिम्मेदार नहीं है, बल्कि सरकार की तरफ से इस पर लगाया जाने वाला टैक्स भी एक वजह है। इससे सरकार को खासा राजस्व भी मिल रहा है। चार महीने में सरकार ने 1.15 लाख करोड़ रुपए वसूले हैं। उधर, पेट्रोल-डीजल की कीमतें तीन साल में सबसे ज्यादा हो चुकी हैं। पर इस दौरान क्रूड ऑयल का भारतीय बास्केट 46 फीसदी से ज्यादा सस्ता हो चुका है। अगस्त 2014 में क्रूड 6291.91 रु. बैरल था, जो अब घटकर 3392.90 रु. हो चुका है। एक बैरल 159 लीटर के बराबर होता है।