सेवा क्षेत्र में नये आर्डर में कमी से सितंबर में पीएमआई नीचे
मासिक आधार पर सेवा क्षेत्र की कंपनियों पर नजर रखने वाले पीएमआई में कमी विस्तार की धीमी दर को बताता है। पीएमआई के 50 से अधिक रहने का मतलब है कि क्षेत्र में विस्तार हो रहा है जबकि इसके नीचे संकुचन को बताता है।
आंकड़ा एकत्रित करने वाली और रिपोर्ट तैयार करने वाली आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री पालीयाना डी लीमा ने कहा, भारत में सेवा क्षेत्र में निरंतर सुधार हुआ है जो सितंबर महीने में थोड़ी हल्की रही। सुधार की यह प्रवृत्ति पूरे साल से अब तक है। सर्वे के अनुसार भारत की सेवा कंपनियों के लिये नये कारोबार के आर्डर में वृद्धि नरम रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रतिस्पर्धी दबाव और प्रतिकूल मौसम की स्थिति से नये कार्य के आने पर असर पड़ रहा है। सेवा प्रदाताओं और विनिर्माताओं दोनों के मामले में विस्तार गतिविधियां हल्की रहने से निक्की इंडिया समग्र उत्पादन सूचकांक सितंबर में कम होकर 52.4 पर आ गया जो अगस्त में 42 माह के उच्चतम स्तर 54.6 था।
सर्वे में कहा गया है, इसके बावजूद कई महीनों से लगातार 50 से उपर सूचकांक होने का मतलब है कि देश में वृद्धि बनी हुई है।
भाषा