नोटबंदी के समय पुराने नोट प्रयोग करने पर स्पीकर कंवर पाल के खिलाफ केस दर्ज
दरअसल, स्पीकर के खिलाफ दर्ज शिकायत में पूर्व गृह मंत्री संपत सिंह ने कहा है कि नोटबंदी के बावजूद विधानसभा स्पीकर ने हरियाणा विधानसभा के कर्मचारियों के बीच 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट में 16 लाख 20 हजार रुपये बांटने के आदेश दिए थ्ाे।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, संपत सिंह ने कहा कि कंवर पाल ने ये आदेश नोटबंदी की घोषणा के एक सप्ताह बाद दिए थे। हालांकि स्पीकर का दावा है कि उन्होंने जो कुछ भी किया कानूनी प्रावधानों के मुताबिक किया है। गुर्जर का आरोप है कि पूर्व गृह मंत्री के पास अभी कोई काम नहीं है, इसलिए हताशा में वे ऐसे कदम उठा रहे हैं।
संपत सिंह ने चंडीगढ़ के सेक्टर-3 स्थित थाने में स्पीकर, विधानसभा के तीन अधिकारियों और हरियाणा के मुख्य महालेखाकार कार्यालय के एक अधिकारी के खिलाफ नोटबंदी की अधिसूचना की अवहेलना कर पुराने नोटों को बांटने का आरोप लगाते हुए शिकायत की और इनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग भी की। संपत सिंह ने अपने शिकायत में कहा कि आरोपियों ने जानबूझकर नोटबंदी के प्रावधानों की अवहेलना कर प्रतिबंधित 500 और 1000 रुपये के नोट बांटने के आदेश दिए।
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा के 319 कर्मचारियों के बीच 5100 और 2100 रुपये मानदेय के रुप में 15 और 16 नवंबर 2016 को बांटे गये थे। वहीं, इस मामले पर सफाई देते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सचिव सुभाष शर्मा ने कहा है कि सरकार ने हरियाणा के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान 300 पूर्व विधायकों को सम्मानित करने के लिए विधानसभा बजट से 33 लाख 20 हजार रुपये निकाले थे, जिसमें से 16 लाख 50 हजार रुपये बांटे, जबकि 16 लाख 72 हजार रुपये बच गए। इस बीच नोटबंदी की घोषणा हो गई और पैसे को वापस विधानसभा के खाते में जमा करने के बजाय इसे विधानसभा के कर्मचारियों के बीच बांट दिया गया।