तीन साल बाद सेल ने कमाया मुनाफा, 2179 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ
देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक स्टील उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के लिए वित्तीय वर्ष 2018-19 काफी राहत भरा रहा। तीन साल तक लगातार घाटे में रहने के बाद कंपनी ने 2178.82 करोड़ मुनाफा कमाया। सेल बोर्ड की गुरुवार को हुई बैठक वर्ष 2018-19 का वार्षिक वित्तीय परिणाम जारी किया।
कंपनी ने आज वित्त वर्ष 2018-19 का वार्षिक वित्तीय परिणाम घोषित किया और 2178.82 करोड़ रूपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। कंपनी पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में 481.71 करोड़ रूपये के घाटे में थी।
कंपनी ने कहा कि पूरे वित्त वर्ष में बाजार की परिस्थितियों के मुताबिक फिजिकल परफॉर्मेंस में सुधार के गंभीर प्रयासों के कारण उसके लिए उत्पादन बढ़ाने, अलग-अलग तरह के उत्पाद तैयार करने और वैल्यु-ऐडेड स्टील में हिस्सेदारी बढ़ाना संभव हो सका।
सेल के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने इसका श्रेय सांगठनिक सामंजस्य और टीम वर्क को दिया। उन्होंने कहा, सेल परिवार ने इस कायाकल्प को हासिल करने के लिए मिशन मोड में काम किया और अपने संगठित प्रयासों से हासिल करके दिखाया। आने वाले समय में बेहतर निष्पादन के हमारे संकल्प को और भी अधिक बल मिला है। सेल को उच्च निष्पादन की अगली कतार में खड़ा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले वित्त वर्ष का यह निष्पादन हमें और बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ने का मजबूत भरोसा पैदा करता है। स्पेशल एंड वैल्यू एडेड स्टील उत्पादों के उत्पादन को बढ़ाने पर फोकस करने के साथ ही मिलों से उत्पादन बढ़ाने की दिशा में गहन प्रयासों को बल प्रदान करता है।’
एक नजर लाभ और उत्पादन पर
विषय |
2018-19 |
2017-18 |
वृद्धि का प्रतिशत |
कारोबार |
66,267 करोड़ |
58,297 करोड़ |
14% |
हॉट मेटल उत्पादन |
175 लाख टन |
160 लाख टन |
10% |
क्रूड स्टील उत्पादन |
163 लाख टन |
150 लाख टन |
08% |
विक्रेय इस्पात उत्पादन |
151 लाख टन |
141 लाख टन |
07% |
चौथी तिमाही में सेल ने कमाए 468 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ
वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में सेल ने 468 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। इस अवधि के दौरान ईबीआईटीडीए 2461 करोड़ रहा। इसके साथ ही सेल ने इस तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 9% की वृद्धि के साथ 18,323 करोड़ का कारोबार किया है। वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में सेल ने हॉट मेटल, क्रूड स्टील, सेलेबल स्टील और इस्पात विक्रय में क्रमश: 10%, 8%, 14% और 13% की वृद्धि दर्ज की है।