दो हजार करोड़ के लोन फ्रॉड मामले में SFIO ने भूषण स्टील के पूर्व प्रमोटर को किया गिरफ्तार
गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने भूषण स्टील के एक पूर्व प्रवर्तक नीरज सिंघल को कथित रूप से 2,000 करोड़ रुपये के फंड को इधर-उधर करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि यह पहला मौका है जब एसएफआईओ ने किसी व्यक्ति को धोखाधड़ी की गतिविधियों में गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने बताया कि सिंघल को राष्ट्रीय राजधानी में गिरफ्तार किया गया। उन्हें 14 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
कॉरपोरेट मंत्रालय के तहत आने वाली जांच एजेंसी को पिछले साल कंपनी कानून के उल्लंघन पर किसी को गिरफ्तार करने का अधिकार मिला था।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि सिंघल पर आरोप है कि उन्होंने भूषण् स्टील द्वारा लिए गए कर्ज में से 2,000 करोड़ रुपये 80 से अधिक कंपनियों के जरिए इधर-उधर किए।
इन कंपनियों का इस्तेमाल बोगस ऋण, निवेश आदि के जरिए कोष को ‘घुमाने’ के लिए किया गया।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, सिंघल पर कथित तौर पर 80 से ज्यादा कंपनियों की मदद से 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के गलत इस्तेमाल का आरोप है। यह राशि भूषण स्टील लिमिटेड ने कर्ज के जरिए जुटाई थी।
कंपनियों का इस्तेमाल एक-दूसरे को कर्ज व एडवांस देने और निवेश करने के नाम पर धोखाधड़ी को अंजाम देने में किया जाता था। मंत्रालय ने ट्वीट में कहा कि इस तरह की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों के कारण ही कंपनी दिवालिया हो गई।
मंत्रालय ने बताया कि भूषण स्टील का मामला उन 12 बड़े मामलों में से है, जिन्हें इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन के लिए चुना गया था। इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन के तहत टाटा समूह ने इसका अधिग्रहण किया है।