दिल्ली से हवाई सफर करना हो जाएगा महंगा, 1 दिसंबर से लागू होगा यह नियम
दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले यात्रियों को आगामी एक दिसंबर से अपनी जेब पहले से ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। हवाई अड्डे के आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एरा) ने सेवा शुल्क में संशोधन को मंजूरी दे दी हैं इससे यात्रियों को भारतीय रुपए में खरीदे गए टिकटों पर प्रति टिकट 77 रुपये का यात्री सेवा शुल्क देना होगा।
अभी हवाई अड्डे की परिचालक दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) के घरेलू उड़ान के टिकट पर 10 रुपये और अंतरराष्ट्रीय टिकटों पर 45 रुपये का यात्री सेवा शुल्क वसूला जाता है।
एरा के जारी आदेश के मुताबिक, इसके अलावा कुछ एयरोनॉटिकल शुल्कों में भी संशोधन किया गया है। संशोधन शुल्क एक दिसंबर से लागू होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि शुल्कों में वृद्धि का औसत घरेलू किरायों पर न्यूनतम प्रभाव होगा।
यात्री सेवा शुल्क के रूप में प्रति टिकट 77 रुपये के शुल्क को मंजूरी
एरा के 19 नवंबर के आदेश के मुताबिक, नियामक ने यात्री सेवा शुल्क के रूप में प्रति टिकट 77 रुपये के शुल्क को मंजूरी दी थी। वहीं, विदेशी मुद्रा में जारी टिकट पर यह शुल्क 1.93 डॉलर होगा जो करीब 137 रुपये बैठता है। आदेश में कहा गया है कि प्राधिकरण ने डायल को न्यूनतम हवाई अड्डा शुल्क (बीएसी) की दरों और उस पर 10 फीसद अतिरिक्त का शुल्क वसूलने की अनुमति दी है।
गौरतलब है कि डायल संयुक्त उद्यम कंपनी है, जिसमें जीएमआर समूह की बहुलांश हिस्सेदारी है। आदेश में कहा गया है कि डायल किसी साल में न्यूनतम वैमानिकी शुल्क बीएसी और दस फीसदी अतिरिक्त ले सकती है।
यूडीएफ बंद किया जाएगा
जीएमआर समूह के एक प्रवक्ता ने कहा कि मौजूदा प्रयोगकर्ता इस्तेमाल शुल्क (यूडीएफ) घरेलू उड़ानों के यात्रियों के लिए 10 रुपये और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों के लिए 45 रुपये है। ताजा आदेश के मुताबिक, यूडीएफ को समाप्त कर दिया गया है और उसके स्थान पर 77 रुपये का यात्री सेवा शुल्क वसूला जाएगा।
घरेलू किराए पर असर नहीं
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बढ़ोतरी का घरेलू फ्लाइट्स के किराये पर खास असर नहीं पड़ेगा। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड जीएमआर ग्रुप द्वारा स्वामित्व वाली संयुक्त उद्यम (डीआईएएल), यहां इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन करती है।