वी. अनंत नागेश्वरन बने मुख्य आर्थिक सलाहकार, आम बजट से पहले सरकार का फैसला
इकॉनमिक सर्वे पेश होने के पहले केंद्र सरकार ने नए मुख्य आर्थिक सलाहकार के नाम का ऐलान कर दिया है। मोदी सरकार ने डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन को मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया है और आज उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
बता दें कि आम बजट से पहले 31 जनवरी को आर्थिक सर्वे सदन के पटल पर रखा जाएगा। इसमें मुख्य आर्थिक सलाहकार की बड़ी भूमिका होती है। यह वित्त मंत्रालय का एक वार्षिक दस्तावेज है। पिछले साल अक्टूबर माह से भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद खाली था। अक्टूबर में कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने अपने तीन साल के कार्यकाल के पूरा होने के बाद पद छोड़ दिया था।
इस नियुक्ति से पहले डॉ. नागेश्वरन एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाया है और बड़े पैमाने पर प्रकाशित किया है।
वी. अनंत नागेश्वरन आईएफएमआर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन और केरिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के विशिष्ट विजिटिंग प्रोफेसर थे। वह 2019 से 2021 तक भारत के प्रधान मंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है।
वी. अनंत नागेश्वरन को मुख्य आर्थिक सलाहकार उस समय बनाया गया है जब 31 जनवरी 2022 से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. और पहले ही दिन इकॉनमिक सर्वे पेश किया जाता है जिसे तैयार करने की जिम्मेदारी मुख्य आर्थिक सलाहकार की होती है.