सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 1.50 रु. घटाई एक्साइज ड्यूटी, 2.50 रु. प्रति लीटर घट जाएंगी कीमतें
लगातार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से दबाव में आई केंद्र सरकार ने आखिरकार एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर दी है। गुरूवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपए की कटौती का ऐलान किया है। इसके लिए सरकार ने कहा है कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) भी कीमतों में एक रुपए की कटौती करेंगी। जेटली के अनुसार इस कदम से आम आदमी को 2.50 रुपए प्रति लीटर की तुरंत राहत मिल जाएगी। इसके अलावा केंद्र सरकार ने राज्यों से भी वैट में 2.50 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से कटौती करने की अपील की है। सरकार की कोशिश है कि केंद्र, तेल कंपनियां और राज्य सरकार मिलकर कीमतों में करीब 5 रुपए की कटौती करें। जेटली का कहना है कि एक्साइज ड्यूटी में कटौती से केंद्र सरकार के राजस्व पर करीब 10, 500 करोड़ रुपए का असर आएगा।
जेटली ने क्रूड और अमेरिका को बताया वजह
जेटली ने कहा कि बाहरी दबाव की वजह से तेल के दाम बढ़े हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम रिकॉर्ड ऊंचे हुए। उन्होंने कहा कि ब्रेंट क्रूड बुधवार को चार साल के उच्चतम स्तर 86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, अमेरिका में ब्याज दर सात साल के उच्च स्तर पर है। अमेरिकी नीतियों को दुनिया भर में असर है। बाकी आर्थिक पैमानों पर हम बेहतर हैं।
इन राज्यों में पेट्रोल-डीजल 5 रुपए सस्ता
केन्द्र सरकार के ऐलान के फौरन बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम और हरियाणा ने पेट्रोल डीजल पर 2.50 रुपए VAT घटाने का निर्णय लिया है। जिसके बाद इन राज्यों में पेट्रोल-डीजल 5 रुपए तक सस्ता हो जाएगा। बता दें कि आज मुंबई में डीजल की कीमत पहली बार 80 रुपये प्रति लीटर से भी ऊपर पहुंच चुकी है। जबकि महाराष्ट्र के कुछ जिलों में पेट्रोल पहले ही 92 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। सरकार के इस निर्णय के बाद उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी।
पेट्रोल पर 19.48 रुपये और डीजल पर 15.33 रुपये एक्साइज ड्यूटी वसूल रही थी सरकार
केंद्र सरकार पेट्रोल पर 19.48 रुपये और डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल कर रही थी। इसके ऊपर राज्य वैट वसूलते हैं। सरकार ने नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच नौ किस्तों में पेट्रोल पर 11.77 रुपए और डीजल पर 13.47 रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। इसके बाद पिछले साल अक्टूबर में सिर्फ एक बार इसमें दो रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी।
किस राज्य में कितना वैट
राज्य |
पेट्रोल |
डीजल |
सेल टैक्स/वैट |
||
आंध्र प्रदेश |
35.93% |
28.31% |
बिहार |
24.68% |
18.32% |
छत्तीसगढ़ |
26.94% |
25.77% |
दिल्ली |
27.00% |
17.25% |
*गुजरात |
25.45% |
25.54% |
हरियाणा |
26.25% |
17.22% |
जम्मू-कश्मीर |
27.47% |
17.06% |
झारखंड |
26.51% |
23.26% |
कर्नाटक |
30.24% |
20.20% |
केरल |
30.38% |
23.84% |
मध्य प्रदेश |
35.98% |
23.22% |
*महाराष्ट्र – मुंबई, थाणे और नवी मुंबई- |
39.54% |
24.81% |
*महाराष्ट्र (Rest of State) |
38.52% |
21.92% |
ओडिशा |
24.58% |
25.01% |
पंजाब |
35.25% |
16.82% |
तमिलनाडु |
32.11% |
24.04% |
तेलंगाना |
33.26% |
25.98% |
उत्तराखंड |
27.99% |
16.79% |
उत्तर प्रदेश |
27.73% |
16.82% |
पश्चिम बंगाल |
25.27% |
17.56% |
* महाराष्ट्र और गुजरात ने पेट्रोल और डीजल में 2.50 रुपए की कटौती कर दी है।
पेट्रोलियम मंत्री से की थी जेटली ने मुलाकात
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से चिंतित सरकार इसके अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर को रोकने के विकल्पों पर विचार कर रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सूत्रों ने जानकारी दी की कि इस संबंध में बुधवार शाम को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने कच्चा तेल की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कीमतों तथा रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिरते जाने के प्रभावों को दूर करने पर चर्चा की।
दिल्ली में चौरासी के पार पेट्रोल
सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को जारी अधिसूचना में बताया कि पेट्रोल और डीजल के दाम क्रमश: 15 पैसे और 20 पैसे प्रति लीटर बढ़ाये गए हैं। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल अब 84 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। यह दोनों का सर्वकालिक उच्च स्तर है।