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23 March 2020

कोरोना से लड़ने को दुनिया भर के अमीर आगे आए, पर भारत में बड़े बिजनेसमैन दान देने से दूर

समूची दुनिया में कोरोना वायरस से उत्पन्न गंभीर संकट से लड़ने के लिए दुनिया के अमीरों ने दिल खोलकर दान देना शुरू कर दिया है। लेकिन भारतीय उद्योगपतियों ने अभी तक ऐसी उदारता नहीं दिखाई है। हालांकि वेदांता ग्रुप और हिंदुस्तान यूनीलिवर ने 100-100 करोड़ रुपये के फंड की घोषणा की है। ई-वॉलेट कंपनी पेटीएम ने खुद किसी दान की घोषणा नहीं की है लेकिन उसने अभियान शुरू करते हुए दान देने की अपील की है। हिंदुस्तान यूनीलिवर ने अपने हाईजिनिक उत्पादों की कीमत 15 फीसदी घटाने का भी फैसला किया है।

बिल गेट्स 750 करोड़ रुपये दान देंगे

ग्लोबल स्तर की बात करें तो दुनिया के दूसरे सबसे अमीर और माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के जरिये कोरोना से लड़ने के लिए 10 करोड़ डॉलर (करीब 750 करोड़ रुपये) दान देने की घोषणा की है। गेट्स फाउंडेशन ग्लोबल रिसर्च और कोरोना मरीजों के इलाज पर फोकस करेगा।

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अलीबाबा के जैक मा और रिहाना भी आगे आईं

अलीबाबा के संस्थापक और चीन के दूसरे सबसे अमीर जैक मा ने 1.4 करोड़ डॉलर ( 105 करोड़ रुपये) दान करने की घोषणा की है। इस पैसे से कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन विकसित करने पर यह पैसा खर्च किया जाएगा। जैक मा ने पांच लाख टेस्टिंग किट और 10 लाख फेस मास्क अमेरिका भेजे हैं। पॉप स्टार रिहाना ने 14 लाख डॉलर (10.5 करोड़ रुपये) दान देने की घोषणा की है।

अमेजन, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट भी सक्रिय

अमेजन, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुखों ने मेडिकल सप्लाई और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट से लेकर संक्रमण रोकने के लिए विकसित किए जा रहे सॉफ्टवेयरों के लिए है। एप्पल के सीईओ टिम कुक ने ट्विटर पर बताया कि कंपनी अमेरिका और यूरोप में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आवश्यक सप्लाई जुटाने और उन्हें मुहैया कराने का प्रयास कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट कोरोना वायरस से जुड़े सॉफ्टवेयरों और प्रोजेक्टों के लिए काम कर रही है। कंपनी की सीईओ सत्य नडेला ने बताया कि कंपनी टेलीहेल्थ प्लेटफार्म सॉफ्टवेयर प्रोजेक्टों को मदद कर रही है। इसमें जॉन हॉपकिंस यूनीवर्सिटी ग्लोबल कोविड-19 के मरीजों का ट्रैकर सिस्टम भी शामिल है। अमेजन के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस ने कहा है कि उनकी कंपनी लाखों फेस मास्क मुहैया कराने की कोशिश कर रही है।

भारत के अधिकांश बड़े समूहों ने चुप्पी साधी

विदेशी दानदाताओं के विपरीत भारतीय अमीरों ने वैसी उदारता नहीं दिखाई है जबकि भारत के शीर्ष 63 भारतीय अरबपतियों की कुल संपदा केंद्र सरकार के कुल बजट 24.42 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। अभी तक चुनिंदा लोगों को छोड़ दें तो अधिकांश बड़े समूहों ने चुप्पी साध रखी है। यद्यपि कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को इस दौर में अवकाश का वेतन देने की घोषणा अवश्य की हैं।

वेदांता ग्रुप ने 100 करोड़ दान की घोषणा की

भारत में मेटल और माइनिंग कंपनी वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने कहा है कि कंपनी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 100 करोड़ रुपये का फंड बनाएगी। इससे दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों, कंपनी के कर्मचारियों और अनुबंधित श्रमिकों को बचाव के लिए हेल्थकेयर दी जाएगी। कंपनी अपने प्लांटों के आसपास आम लोगों को भी हेल्थकेयर सेवाएं देगी। अग्रवाल ने कहा है कि अगर आवश्यकता पड़ी तो और ज्यादा पैसा इन कार्यों पर खर्च किया जाएगा। कंपनी इस संकट की घड़ी में अवकाश के लिए अपने स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों का वेतन न काटने की घोषणा कर चुकी है। कंपनी अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों को कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए बीमा करवा चुकी है। कंपनी ने अपने प्लांटों और कारोबारी क्षेत्रों के आसपास चाय विक्रेता, सब्जी बेचने वालों वगैरह को कोरोना से बचाव के लिए मोबाइल वैन चलाने का भी फैसला किया है।

हिंदुस्तान यूनीलिवर ने भी बड़ी पहल की

हिंदुस्तान लीवर के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव मेहता ने कोरोना वायरस का संक्रमण थामने के प्रयासों के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की है। कोरोना से निपटने के लिए पहल करने वाली हिंदुस्तान लीवर देश की पहली कंपनी बन गई। कंपनी ने कहा कि वह सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि वह इस ग्लोबल संकट से निपट सके। इस संकट के दौर में कंपनी की बड़ी भूमिका है। कंपनी ने लाइफबॉय सेनीटाइजर और हैंडवाश के अलावा डोमेक्स फ्लोर क्लीनर की कीमत में 15 फीसदी कटौती करने की घोषणा की है। कंपनी ने लाइफबॉय सोप के दो करोड़ पीस बांटने की भी घोषणा की है।

पेटीएम ने सिर्फ अभियान शुरू किया

पेटीएम ने इंडिया फाइट्स कोरोना अभियान शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी ने इस पहल में अपनी ओर से किसी अनुदान की बात कहीं नहीं कही है बल्कि उसने हिंदुस्तान यूनीलिवर के लाइफबॉय और क्रिकेटर युवराज सिंह के फाउंडेशन यूवीकैन की पहलों का उल्लेख किया है। उसका कहना है कि  वह अभियान के तहत एकत्रित धनराशि से सोप और हैंडवाश मुहैया कराएगी।

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TAGS: Richest persons, Covid-19, Unilever, Vedanta, Paytm
OUTLOOK 23 March, 2020
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