यस बैंक के राणा कपूर के खिलाफ सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज की, बेटी के विदेश जाने पर रोक
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर, दीवान हाउसिंग फाइनेंस और डीओआइटी अर्बन वेंचर्स के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में एफआइआर दर्ज की है। 62 वर्षीय राणा 11 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में है। इस बीच, राणा कपूर की बेटी रोशनी को लंदन के लिए रवाना होने से मुंबई हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। रोशनी ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट से लंदन जा रही थी।
इस तरह हुआ घोटाला
सूत्रों ने अपनी पहचान उजागर न करते हुए कहा कि सीबीआइ जल्दी ही मुंबई में राणा के खिलाफ छापेमारी शुरू कर सकती है। सीबीआइ ने आरोप लगाया है कि कपूर परिवार से संबंधित कंपनी डीओआइटी अर्बन वेंचर्स प्रा. लि. को कथित तौर पर 600 करोड़ रुपये उस समय प्राप्त हुए जब यस बैंक ने घोटाले में फंसी डीएचएफएल को 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा कर्ज दिया हुआ था। डीएचएफएफल के घोटाले की भी जांच हो रही है। उत्तर प्रदेश पावर कंपनी के कर्मचारियों के पीएफ के 2200 करोड़ रुपये से ज्यादा निकालने के मामले में सीबीआइ पहले से ही डीएचएफएल की जांच कर रही है। आरोप है कि यस बैंक ने डीएचएफएल से कर्ज वसूलने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए और संदेह है कि 600 करोड़ रुपये का डीओआइटी को भुगतान इसी की खातिर रिश्वत के तौर पर किया गया।
राणा के परिवार के लिए लुक आउट नोटिस
इससे पहले ईडी ने राणा कपूर के परिवारी सदस्यों के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया है। यह नोटिस राणा की पत्नी बिंदु कपूर, पुत्रियों राखी कपूर टंडन, राधा कपूर और रोशनी कपूर के खिलाफ जारी किए गए हैं।
जांच की पुष्टि, पर जानकारी देने से इन्कार
सूत्रों के अनुसार अधिकारियों ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया क्योंकि सीबीआइ छापेमारी शुरू करने से पहले गोपनीयता बरतने का प्रयास कर रही है। सीबीआइ भी ईडी की तरह दोषियों के खिलाफ छापे की कार्रवाई शुरू कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी देने से इन्कार कर दिया है कि यह शुरूआती जांच है या फिर एफआइआ दर्ज की जा रही है अथवा दोषियों को अदालत में लाने की तैयारी है। हालांकि सीबीआइ ने इस मामले की औपचारिक जांच शुरू होने की पुष्टि अवश्य की है।
डीएचएलएफ से संबंध जांच घेरे में
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के लिहाज से यस बैंक की जांच कर रही है। एक सूत्र ने बताया कि माना जा रहा है कि घोटाले में फंसे डीएचएफएल और यस बैंक के बीच संबंधों और एक अन्य कंपनी की संलिप्तता के साथ आपत्तिजनक वित्तीय लेनदेन की सीबीआइ जांच कर रही है।
11 मार्च तक ईडी की हिरासत में राणा
इस बीच, मुंबई की विशेष अदालत ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को 11 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। उन्हें कल ईडी ने गिरफ्तार किया था और आज कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने कपूर को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत रविवार तड़के गिरफ्तार किया था। उन पर कथित तौर पर पूछताछ में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया गया। कपूर की गिरफ्तारी से पहले ईडी कार्यालय में केंद्रीय एजेंसी द्वारा 20 घंटे तक पूछताछ की गई।
इससे पहले ईडी ने शुक्रवार की देर रात को उनके घर पर छापा मारा था। जांच एजेंसी की टीम ने मुंबई के समुद्र महल टॉवर स्थित कपूर के घर पर देर रात तक छानबीन की थी। बता दं कि रिजर्व बैंक ने हालात को देखते हुए यस बैंक के खाताधारकों को 50 हजार रुपए तक ही निकालने की इजाजत दी है। साथ ही बैंक के बोर्ड का कंट्रोल 30 दिन के लिए अपने हाथ में ले लिया है।
इन आरोपों पर जांच की तलवार
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने शुरुआती जांच में ये पता लगाया है कि यस बैंक ने डीएचएलएफ को लगभग 3 हजार करोड़ का लोन दिया था। राणा कपूर और डीएचएलएफ के बीच संबंध का पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है। आरोप है कि कर्ज की वापसी न होने पर कार्रवाई न करने के बदले में कपूर की पत्नी के खातों में कथित तौर पर रिश्वत की रकम भेजी गई थी। एजेंसी अन्य कथित अनियमितताओं की भी जांच कर रही है।
बेटियों के घर पर ईडी के छापे
राणा कपूर के घर से शुक्रवार रात शुरू हुई प्रवर्तन निदेशालय की जांच शनिवार को उसकी बेटियों एवं परिवार के अन्य सदस्यों तक पहुंच गई। राणा कपूर को भी आज प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में बुलाकर घंटों पूछताछ की गई। प्रवर्तन निदेशालय शुक्रवार रात राणा कपूर के वरली स्थित आवास पर जाकर उससे पूछताछ की थी, जबकि आज उसे बेलार्ड पियर्स स्थित ईडी कार्यालय बुलाकर पूछताछ की गई और जांच का दायरा बढ़ाते हुए उसकी तीन बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर एवं राधा कपूर के घर पर भी छापेमारी की गई एवं उनसे पूछताछ भी की गई।