नोटबंदी के बदलते नियम से छोटे तबके में घबराहट
नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने आज कहा कि प्रधानमंत्री के इस कदम से और बार-बार बदलते नियम से लोगों में घबराहट पैदा हो गई है। वहीं इला भट्ट का कहना है कि
जोधपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्राी गहलोत ने सवाल किया कि मोदी ने विदेशी बैंक खातों में जमा जिस काले धन को लाने का वादा किया था, वह कहां है।
गहलोत ने पीएम के चुनावी वादे की याद दिलाते हुए कहा, उनकी सरकार ने विदेशी बैंक खातों में जमा देश का काला धन वापस लाने का वादा किया था। साथ ही यह भी कहा था कि काला धन वापसी के बाद हर भारतीय के खाते में सरकार की ओर से 15-15 लाख रूपये डाल दिए जाएंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद काला धन रखने वालों की तादाद घटने की बजाय बढ़ गई है।
एक अन्य खबर के मुताबिक समाजसेविका इला भट्ट ने आज नई दिल्ली एक बयान में कहा कि नोटबंदी के कारण सभी स्तरों पर दिक्कतें हुयी हैं और वह नकदी और डिजिटल भुगतान वाली दोनों तरह की अर्थव्यवस्था की वकालत करती हैं।
सेल्फ एम्प्लायड वूमेन्स एसोसिएशन (सेवा) की संस्थापक एवं पद्मभूषण पुरस्कार प्राप्त समाज सेविका सुश्री भट्ट ने कहा, हम सेवा के सदस्यों का एक सहकारिता बैंक चलाते हैं। नोटबंदी के कारण इस बैंक को भी काफी परेशानी हुयी है और असंतुलित उधार बांटने और उसकी भरपाई नहीं होने के कारण उनके बैंक के साथ अन्य राष्ट्रीय बैंकों की तरह व्यवहार नहीं किया गया।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नोटबंदी के कारण छोटे और मध्यम किस्म के कारोबार करने वाली महिलायें प्रभावित हुयी हैं।
एजेंसी