स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सरकार करेगी शुभ मूहूर्त का इंतजार
केंद्रीय दूरसंचार मंत्रालय पहले से निर्धारित स्पेक्ट्रम की निलामी के कार्यक्रम को शुभ मूहूर्त की प्रतिक्षा में कुछ दिन टालने जा रही है। दूरसंचार विभाग को ऐसा दूरसंचार उद्योग के आग्रह पर करना पड़ रहा है। दूरसंचार सचिव जे एस दीपक ने मंगलवार को बताया, नीलामी की तारीख 29 सितंबर घोषित की गई थी लेकिन कई कंपनियों और लोगों का मानना है कि नवरात्र एक अक्तूबर से शुरू हो रहा है और ऐसे में बोली लगाने के लिए यह शुभ समय होगा। यदि इससे उन्हें अच्छा लगता है और वे स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए ज्यादा पैसा खर्च करने को तैयार हैं तो हम नीलामी की तारीख को बदलकर पहले सप्ताह में कर सकते हैं। दीपक ने भरोसा जताया कि स्पेक्ट्रम नीलामी से राजस्व का लक्ष्य हासिल हो जाएगा। हालांकि स्पेक्ट्रम बिक्री में किसी प्रकार के उत्साह की कमी की बात को खारिज करते हुए दीपक ने कहा, लगभग सभी कंपनियां बोली के पूर्व आयोजित हाल की बैठक में शामिल हुईं।
सरकार स्पेक्ट्रम की अब तक की इस सबसे बड़ी नीलामी को 29 सितंबर से शुरू करने की घोषणा कर चुकी है। 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज तथा 2500 मेगाहर्ट्ज के सात बैंडों के स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी साथ-साथ की जाएगी। सरकार को उम्मीद है कि एक गीगा हर्ट्ज (जीएचजेड) से कम के स्पेक्ट्रम के लिए उसे 25 प्रतिशत अग्रिम भुगतान मिलेगा। यह स्पेक्ट्रम बोली के बाद 30 दिन के अंदर आवंटित कर दिया जाएगा। सरकार इस नीलामी में कुल 2,354.55 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की पेशकश कर रही है। आधार दरों के हिसाब से सरकार को इससे कम से कम 5.56 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है।