भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार का रास्ता मुश्किल भरा : सिटीग्रुप
वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी के मुताबिक फरवरी-मार्च 2016 में मासिक निवेश सूचकांक बढ़कर पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। एेसा डीजल, बिजली, सीमेंट, बीटूमेन, पूंजीगत उत्पादों के आयात और वस्तुओं की गतिविधियों के संकेतकों के सकारात्मक होने के मद्देनजर भी हुआ। अप्रैल-मई 2016 में यह अनुमान बरकरार नहीं रहा।
मध्यम अवधि में सतत वृद्धि दर के लिए निवेश में मजबूत सुधार आवश्यक है। दरअसल, निजी क्षेत्र की निवेश वृद्धि में कमी अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है। मासिक मिश्रित निवेश संकेतक का निर्माण निवेश चक्र की समय पर होने वाली प्रगति पर नजर रखने के लिये किया गया है।
यह मौजूदा चक्र की स्थिति के बारे में उसकी पिछली स्थिति से तुलना करते हुये एतिहासिक दृष्टिकोण भी पेश करता है।सिटीग्रुप मासिक निवेश संकेतक को बनाने के लिये 14 विभिन्न मासिक संकेतकों और तीन तिमाही संकेतकों का इस्तेमाल करता है।