"गलती से जारी हो गया"; छोटी जमा योजनाओं के ब्याज दर में कटौती के आदेश पर 24 घंटे के भीतर केंद्र की सफाई, लिया वापस
केंद्र सरकार ने छोटी जमा योजनाओं के ब्याज दर में कटौती के फैसले को वापस ले लिया है। वित्त मंत्रालय ने अपने पूर्व में जारी किए गए आदेश को गलती से जारी किया जाना बताया है। इस बात की जानकारी खुद गुरूवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी है। दिलचस्प है कि मोदी सरकार को सिर्फ एक दिन के भीतर खुद के किए गए बड़े फैसले को वापस लेना पड़ा है।
जब गुरूवार को निर्मला सीतारमण ने सफाई देते हुए कहा कि ये गलती से जारी हो गया था तो आम लोगों को हैरानी हुई। वहीं, विपक्ष ने भी लगे हाथ मोदी सरकार को घेरा है। अपने ट्वीट में सीतारमण ने लिखा, केंद्र सरकार की छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें वहीं रहेंगी जो वित्त वर्ष 2020-21 के अंतिम चरण में थी। गलती से जारी हुए आदेश को वापस ले लिया गया है।
पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने केंद्र के इस तर्क पर चुटकी लेते हुए निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “अगली तिमाही के लिए बचत उपकरणों पर ब्याज दरों की घोषणा एक नियमित अभ्यास है। 31 मार्च को रिलीज़ होने के बारे में "गलत" कुछ भी नहीं है। भाजपा सरकार ने अपने फायदे के लिए ब्याज दरों में कमी करके मध्यम वर्ग पर एक और हमला करने का फैसला किया था।“ आगे चिदंबरम ने निशाना साधते हुए कहा, “पकड़े जाने पर, वित्त मंत्री ने "अनजाने में गलती हुई' के बहाने बना रही हैं।“