सिर्फ ढाई हजार रुपये में करें हवाई सफर
टिकट कैंसिल कराना अब ज्यादा मंहगा नहीं पड़ेगा। कंपनियां बेसिक किराये से ज्यादा नहीं काट पाएंगी। कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं ले पाएंगी। ट्रैवल एजेंट या आनलाइन पोर्टल से खरीदे गये टिकट का रिफंड भी घरेलू यात्रियों को 15 दिन में देना होगा। पन्द्रह किलो तक का सामान मुफ्त ले जा सकेंगे तथा उसके बाद पांच किलो तक के वजन के लिए 100 रुपये प्रति किलो से ज्यादा नहीं वसूल सकेंगे। अगर कोई उड़ान तय समय के 24 घंटे के अंदर रद्द होती है तो यात्रियों को 10 हजार तक का मुआवजा देना होगा।
माना जा रहा है कि नई नीति से भारत के हवाई यातायात को तेज विस्तार होगा। नई नीति में आंचलिक मार्गों पर वायु संपर्क मजबूत करने तथा विमानन क्षेत्र में उच्च वृद्धि की संभावनाओं का लाभ उठाए जाने पर भी जोर दिया गया है। नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू के मुताबिक यह नीति पासा पलटने वाली साबित होगी। उन्होंने कहा कि देश का विमानन क्षेत्र 2022 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन क्षेत्र बनने जा रहा है। राजू ने ट्विटर पर एक संदेश में लिखा है, राजग सरकार ने भारत की पहली समन्वित राष्ट्रीय नागर विमानन नीति को मंजूरी दी है। यह इस क्षेत्र के लिये पासा पलटने वाली साबित होगी।
उल्लेखनीय है कि भारत में घरेलू हवाई यातायात बाजार ने लगातार 13वें महीने अप्रैल में विश्व में सबसे तीव्र वृद्धि हासिल की। आलोच्य महीने में बाजार में करीब 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।
एयरलाइंस कंपनियों के वैश्विक संगठन इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने पिछले महीने कहा था, भारत का घरेलू यातायात 21.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह लगातार 20वां महीना है जबकि देश के वायु यातायात कारोबार में वृद्धि दहाई अंक में रही। इतना ही नहीं यह लगातार 13वां महीना रहा जबकि घरेलू वायु यातायात कारोबार के क्षेत्र में भारत ने सबसे तीव्र वृद्धि हासिल की है।