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22 May 2016

राजन बोले, लाइसेंस राज तो खत्म पर इंस्पेक्टर राज अभी भी बरकरार

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ओडिशा के भुवनेश्वर में उन्होंने कहा कि नियमन उद्योग की बेहतरी के लिए होना चाहिए न कि उद्यमियों को हतोत्साहित करने के लिए। साथ ही उन्होंने उद्योगों के लिए स्वप्रमाणीकरण की व्यवस्था का सुझाव दिया और कहा कि कुछ नियंत्रण अधिकारियों के हाथ में हो ताकि दुरुपयोग रोका जा सके। भारत में लघु एवं मध्यम वर्ग के उपक्रमों के लिए आसान नियमों की वकालत करते हुए राजन ने ब्रिटेन और इटली का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ‘ब्रिटेन में नियम उदार हैं और इटली में बहुत सख्त है। ऐसे में देखा गया है कि ब्रिटेन में स्टार्टअप इटली के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढे हैं'। चौथे ओडिशा ‘नॉलेज हब' में मंत्रियों, बैंकरों, नौकरशाहों और अन्य को संबोधित करते हुए आरबीआई प्रमुख ने यह भी कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सुधार के दौर में है लेकिन कुछ क्षेत्रों पर दबाव है। राजन ने छोटे एवं मध्यम उपक्रमों के विकास पर ध्यान देने का आह्वान किया और कहा कि उन्हें राज्य सरकारों और अन्य एजेंसियों की मदद की जरुरत है। उन्होंने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था सुधार के दौर में है।

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TAGS: स्टार्टअप, कारेाबारी माहौल, रिजर्व बैंक, गवर्नर रघुराम राजन, भारत, लाइसेंस राज, इंस्पेक्टर राज, startup, industrial climate, rbi, governer, raghuram rajan, inspector regime, licence regime
OUTLOOK 22 May, 2016
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