नकदी प्रदान करेंगे, बाजार की अस्त-व्यस्तता ठीक करेंगे : राजन
उन्होंने विभिन्न देशों द्वारा प्रतिस्पर्धात्मक लाभ उठाने के लिए विनिमय दर में हस्तक्षेप के बारे में चिंता जताई और विश्व भर के केंद्रीय बैंकों से अपील की कि वे मुद्रा में अवमूल्यन न करें। राजन ने बासेल से कांफ्रेंस कॉल में कहा कि अब तक सभी बाजार काम कर रहे हैं और यदि बाजारों में बाधा होती है और कुछ खंडों में नकदी उपलब्ध नहीं होती तो हम जरूरत के मुताबिक नकदी डॉलर और रुपए दोनों देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
विदेशी कोषों की ओर से निकासी के असर के बारे पूछने पर राजन ने कहा कि भारत में अन्य अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले बुनियादी तत्व ज्यादा मजबूत हैं इसलिए यहां विदेशी कोषों की ओर से कोई बड़ी बिकवाली नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक देश जीएसटी जैसे सुधार को आगे बढ़ाता है और अंतरराष्ट्रीय निवेशक वृद्धि की संभावना के बारे आश्वस्त हैं निकासी नहीं होगी।
राजन ने कहा कि उतार-चढ़ाव हर बाजार में हो रहा है क्योंकि सभी एक-दूसरे से जुड़े हैं और स्वाभाविक रूप से कुछ चिंताएं एक बाजार से दूसरे बाजार की ओर जाएंगी। उन्होंने कहा, रुपया कई अन्य देशों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। राजन ने कहा, हमने 6-7 प्रतिशत का बदलाव दिखा जो मेक्सिको की मुद्रा पीसो और कुछ हद तक पाउंड में दिखी। यह पूछने पर कि यह उतार-चढ़ाव कब तक बरकरार रहेगा, उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि तुरंत कोई समायोजन होगा क्योंकि ध्यान रखें कि यूरोपीय संघ से बाहर निकलने की प्रक्रिया दो साल में पूरी होनी तय हुई है। इसलिए तुरंत कोई असर नहीं होगा। वैश्विक स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा मिल-जुलकर प्रयास करने के संबंध में राजन ने कहा कि वे तुरंत यही कर सकते हैं कि यदि कोई ऐसा क्षेत्र है जिसमें नकदी की कमी है तो वे उचित मात्रा में नकदी प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, इसलिए मुझे लगता है कि केंद्रीय बैंक ऐसा करने की तैयारी कर रहे हैं।