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09 October 2015

अप्रैल-सितंबर अवधि में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 35.8 प्रतिशत बढ़ा

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से सितंबर अवधि में कर संग्रह वृद्धि पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य को पाने के लिए जरूरी 18.8 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले दोगुनी रही है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘अप्रत्यक्ष कर संग्रह की वृद्धि में सबसे ज्यादा योगदान उत्पाद शुल्क प्राप्ति का रहा है। उत्पाद शुल्क प्राप्ति इस दौरान 69.6 प्रतिशत बढ़ी है। अप्रैल से सितंबर 2015-16 के दौरान उत्पाद शुल्क वसूली 1.25 लाख करोड़ रुपये रही है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 74,019 करोड़ रुपये रही थी।’ छह महीने की इस अवधि में सीमा शुल्क प्राप्ति 17.5 प्रतिशत बढ़कर 1.03 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई जबकि सेवा कर की वसूली 24.3 प्रतिशत बढ़कर 95,493 करोड़ रुपये रही।

अप्रत्यक्ष कर संग्रह में हुई इस वृद्धि में पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क में की गई वृद्धि, मोटर वाहनों के मामले में दी गई कर छूट वापस लेने, स्वच्छ ऊर्जा उपकर बढ़ाने और जून से सेवाकर में हुई वृद्धि का मुख्य योगदान रहा है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रत्यक्ष करों से कुल 6.47 लाख करोड़ रुपये जुटाने का बजट अनुमान लगाया है जो कि पिछले साल की मुकाबले 18.8 प्रतिशत वृद्धि को दर्शाता है।

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TAGS: Tax Collection, Excise Duty, Tax rebate, ऊर्जा उपकर, सेवा उपकर, छमाही वसूली
OUTLOOK 09 October, 2015
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