यस बैंक के ग्राहकों के लिए खुशखबरी, 18 मार्च को शाम 6 बजे से हट जाएंगे प्रतिबंध
देश के पांचवे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। अगले हफ्ते तक यस बैंक के ग्राहकों के लिए नकद निकासी पर जो रोक लगी हुई है वह हट जाएगी। दरअसल,सरकार द्वारा जारी एक अधिसूचना में बताया गया है कि अगले सप्ताह 18 मार्च को यस बैंक में नकद निकासी पर लगी रोक हट जाएगी। इसके बाद ग्राहक अपनी जरूरत के मुताबिक यस बैंक में जमा अपना पैसा निकाल सकेंगे। इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय कैबिनेट ने यस बैंक की रिकंस्ट्रक्शन स्कीम को मंजूरी दे दी है। इस स्कीम के तहत यस बैंक में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 49 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है।
प्रशांत कुमार प्रबंध निदेशक, सीईओ नियुक्त
शनिवार को सरकार ने अधिसूचना जारी कर बताया है कि बैंक पर पिछले दिनों तय की गई 50 हजार रुपये निकासी की सीमा को 18 मार्च को शाम 6 बजे हटा लिया जाएगा। साथ ही सरकार ने यस बैंक के पुनर्गठन की योजना को अधिसूचित करते हुए वर्तमान प्रशासक प्रशांत कुमार को प्रबंध निदेशक, सीईओ नियुक्त किया है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पांच मार्च को नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक पर रोक लगाते हुए उसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। इसके अलावा बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 50 हजार रुपये की निकासी की सीमा तय कर दी थी।
दरअसल, शुक्रवार को केंद्रीय कैबिनेट के यस बैंक की रिकंस्ट्रक्शन स्कीम को मंजूरी देने की जानकारी देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि रिकंस्ट्रक्शन स्कीम का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद तीन कामकाजी दिवस के बाद यस बैंक के ग्राहकों पर 50 हजार रुपये प्रति ग्राहक की जो निकासी की लिमिट लगाई गई है वह हटा ली जाएगी।
यस बैंक की रिकंस्ट्रक्शन स्कीम में 49% की हिस्सेदारी खरीदेगा एसबीआई
यस बैंक की रिकंस्ट्रक्शन स्कीम में देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 49 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है। इसके अलावा बैंक में अन्य कंपनियां भी निवेश करने जा रही हैं। इस स्कीम के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लिए 3 साल का लॉक इन पीरियड होगा जिसके तहत एसबीआई 3 साल तक अपनी हिस्सेदारी को 26 फीसदी से कम नहीं कर पाएगा। वहीं जो अन्य निवेशक यस बैंक में निवेश करेंगे वह अपने निवेश का अगले 3 साल तक 25 फीसदी से ज्यादा हिस्सा कम नहीं कर पाएंगे यानी के एसबीआई के अलावा अन्य निदेशकों को अपने कुल निवेश का 75 फीसदी हिस्सा 3 साल तक यस बैंक में रखना अनिवार्य होगा।
यस बैंक की रिकंस्ट्रक्शन स्कीम के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 725 करोड़ शेयर 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदेगा यानी के एसबीआई का निवेश 7250 करोड़ रुपये का होगा। वहीं दूसरी तरफ निजी बैंक आईसीआईसीआई के बोर्ड ने भी यस बैंक में 1000 करोड़ रुपये की निवेश को मंजूरी दे दी है। आईसीआईसीआई बैंक यस बैंक में 100 करोड़ शेयर 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदेगा।
7 दिन में होगा यस बैंक के बोर्ड का पुनर्गठन
यस बैंक रिकंस्ट्रक्शन स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि नोटिफिकेशन जारी होने के बाद सात कामकाजी दिवस के दौरान यस बैंक के बोर्ड का पुनर्गठन हो जाएगा। इस बोर्ड में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से दो लोग शामिल होंगे।
यस बैंक के राणा कपूर पर कार्रवाई
यस बैंक के फाउंडर और पूर्व सीईओ पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, सीबीआई ने राणा कपूर से जुड़े कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इसके अलावा हाल ही में सीबीआई ने राणा कपूर और उनकी पत्नी बिंदू के खिलाफ एक रीयल्टी कंपनी से दिल्ली के पॉश इलाके में एक बंगले की खरीद के जरिए कथित रूप से 307 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का नया मामला दर्ज किया है। वहीं, पहले भी कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं।