हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बीच तेज गिरावट से उबरा शेयर बाजार, सेंसेक्स मामूली 57 अंक टूटा
प्रसाद ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के 10 साल के शासन में कई कथित घोटाले हुए और तब इस तरह की आलोचनात्मक रिपोर्ट क्यों नहीं लाई गई।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व इस काल्पनिक रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक अराजकता पैदा करने में शामिल है।’’
हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि निवेशकों को साजिश का एहसास हो गया है और उन्होंने बाजार को झटका देने के प्रयासों को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ‘फुस्स’ साबित हुई है क्योंकि भारत के निवेशकों ने इस शार्ट सेलर और कांग्रेस के ‘सुनियोजित षडयंत्र’ पर विश्वास नहीं किया।
प्रसाद ने कहा कि छोटे निवेशकों ने बड़ी संख्या में अपना पैसा शेयर बाजार में लगाया है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि कांग्रेस उन्हें नुकसान क्यों पहुंचाना चाहती है?
उन्होंने दावा किया, ‘‘राहुल गांधी और उनके टूलकिट मित्रों की अगुवाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नफरत करते-करते कांग्रेस अब हिंदुस्तान से नफरत करने लगी है।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सेबी ने अदाणी समूह के खिलाफ शेयर बाजार में हेरफेर के अपने पिछले साल के आरोपों के तहत अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग को नोटिस भेजा था लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुआ और इसके बजाय उसने उसकी अध्यक्ष माधवी पुरी बुच को निशाना बनाया।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को अपनी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि सेबी की अध्यक्ष बुच और उनके पति की कथित अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ‘विदेशी फंड’ में हिस्सेदारी थी।
सेबी प्रमुख बुच और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है।
अदाणी समूह ने अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के नवीनतम आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं से छेड़छाड़ करने वाला बताते हुए रविवार को कहा कि उसका बाजार नियामक सेबी की अध्यक्ष या उनके पति के साथ कोई वाणिज्यिक संबंध नहीं है।
प्रसाद ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में एक चिकित्सक से बलात्कार और हत्या किए जाने की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वह मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों से जुड़े एक सवाल पर प्रसाद ने राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश की सरकार से उनकी रक्षा करने को कहा है।