नीतियों की चाल पर चढ़ा बाजार
बेशक बाजार में हालिया तेजी की एक वजह वैश्विक संकेत हैं लेकिन गुरुवार को आए उछाल के पीछे सरकार द्वारा घोषित कैपिटल गुड़स पॉलिसी भी है। सरकार ने कैपिटल गुड्स का घरेलू उत्पादन बढ़ाने का खाका तैयार किया है। सरकार ने कैपिटल गुड्स क्षेत्र के मौजूदा 2,30,000 करोड़ रुपये के उत्पादन को 2025 तक 7,50,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है। अपनी तरह की इस विशिष्ट नीति में मौजूदा 27 फीसदी निर्यात को बढ़ाकर 40 फीसदी करने का लक्ष्य है। उम्मीद है कि इससे 3 करोड़ तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
इस पॉलिसी के ऐलान से कैपिटल गुड्स सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। लार्सन एंड टूब्रो तो गुरुवार को 14 फीसदी चढ़ गया। लार्सन एंड टूब्रो के शेयर में एक दिन में ऐसी तेजी सात साल में पहली बार आई। उद्योग जगत और बाजार के जानकारों का मानना है कि हाल ही के चुनाव नतीजों से उत्साहित मोदी सरकार अब आर्थिक सुधारों की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाएगी। कैपिटल गुड्स पॉलिसी के ऐलान को संकेत के रूप में देखा जा रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी खरीद शुरू की है। बाजार के जानकारों का मानना है कि अगले कुछ सत्रों में तेजी का सिलसिला बना रह सकता है। एक रेंज में रहने के बाद निफ्टी के आठ हजार के मनो वैज्ञानिक स्तर को पार करने को कारोबारी अच्छा संकेत मान रहे है। अच्छे मानसून की खबर से भी बाजार उत्साहित है। बाजार के जानकारों का मानना है कि बुरी खबरों का दौर अब लगभग खत्म हो गया है और अर्थव्यव्स्था में सुधार के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं।