बढ़त के साथ बंद शेयर बाजार, सेंसेक्स 231 अंक उछला, निफ्टी 10.855 के करीब
दिनभर के कारोबार के बाद भी भारतीय शेयर बाजार में मजबूती का माहौल बरकरार रहा। सेंसेक्स आज 200 अंकों की मजबूती लेकर बंद होने में कामयाब रहा। निफ्टी भी 0.5 फीसदी की मजबूती लेकर 10850 के पार टिकने में कामयाब रहा। बैंक निफ्टी भी 200 अंकों की छलांग लगाकर 27700 के पार बंद हुआ है।
मिडकैप इंडेक्स में भी निचले स्तर से सुधार आया और बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.04 फीसदी का हल्की कमजोरी के साथ 15120 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, बीएसई का स्मॉल कैप इंडेक्स 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ 14,600.97 के स्तर पर बंद हुआ।
शुरुआती कारोबार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 193.96 अंकों की बढ़त के साथ 36,174.89 पर और निफ्टी भी 47.10 अंकों की मजबूती के साथ 10,849.25 पर कारोबार करते देखे गए। इससे पहले कारोबार के शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स में 200 से ज्यादा अंकों की बढ़त देखी गई। शुरुआती कारोबार के कुछ ही देर बाद सेंसेक्स 152.89 अंकों (0.42%) की उछाल के साथ 36,133.82 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 35.10 अंकों (0.32%) की उछाल के साथ 10,837.25 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
इन शेयरों में तेजी
बीएसई में डीबी कॉर्प, आईडीबीआई, सदभाव इंडीनियरिंग लिमिटेड और रेडिको खेतान के शेयरों में तेजी रही। निफ्टी में सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, टाटा मोटर्स और यस बैंक के शेयरों में तेजी रही।
इन शेयरों में रही गिरावट
बीएसई में टाटा स्टील, दिलीप बिल्डकॉन, लक्ष्मी विलास बैंक, ग्रुह फाइनेंस, एनडीएमसी के शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी में जी एंटरटेनमेंट, यूपीएल लिमिटेड, कोटक बैंक, बीपीसीएल, एचपीसीएल के शेयरों में गिरावट रही।
मंगलवार को ऐसा रहा कारोबार
मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी दिन शेयर बाजार में तेजी का रुख रहा। सेंसेक्स 130 अंक चढ़ गया जबकि निफ्टी 10,800 अंक के स्तर से ऊपर निकल गया। तीन दिन की तेजी में सेंसेक्स 460 से ज्यादा अंक चढ़ चुका है।
रुपये में भी दिखी मजबूती
भारतीय मुद्रा रुपये में डॉलर के मुकाबले पिछले सत्र से बढ़त देखी गई। रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले पिछले सत्र से 15 पैसे की बढ़त के साथ 70.05 पर खुला। पिछले सत्र में रुपये में कमजोरी आई थी, जिसकी मुख्य वजह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी रही है।
कमोडिटी विश्लेषक बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में तेजी आने से भारत में तेल आयात के लिए ज्यादा डॉलर की जरूरत होगी, इसलिए रुपये पर दबाव आया, हालांकि पिछले सत्र के मुकाबले रुपया थोड़ा संभला है।